हिन्दू धर्म में ऐसे बहुत से माध्यम है जिनके द्वारा व्यक्ति अपने कष्टों का निवारण कर सकता है. आज हम आपको भगवान शिव के एक ऐसे स्त्रोत के बारे में बताएँगे जिसका पाठ करने से आपके जीवन से दरिद्रता दूर भागेगी. दरिद्रता दहन स्त्रोत का अर्थ भगवान शिव भोलेनाथ है जो अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण करते है. द्रारिदय दहन स्त्रोत का का अर्थ इसके नाम से ही प्रतीत होता है दरिद्रता का दहन करने वाला अर्थात गरीबी को जलाने वाला जिस स्तुति को सुनकर भगवान शिव प्रसन्न होते है उसे ही दरिद्रता दहन स्त्रोत कहते है. दरिद्रता दहन स्त्रोत की विधि इस स्त्रोत का पाठ करने से व्यक्ति जे जीवन से गरीबी का नाश होता है दरिद्रता दहन स्त्रोत के मन्त्रों भगवान् शिव का स्मरण करना बहुत ही फायेदेमंद होता है शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति के जीवन से गरीबी को दूर करने का सबसे उचित उपाय दरिद्रता दहन स्त्रोत का पाठ करना है. दरिद्रता दहन स्त्रोत का पाठ प्रत्येक सोमवार को किया जा सकता है इसके अतिरिक्त हर माह की प्रदोष चतुर्थी, पूर्णिमा या अमावश्य के दिन सायं कल के समय इसे करना उचित होता है. दरिद्रता दहन स्त्रोत को करने के पूर्व अपने हाथों में फूल और चावल लेकर इसका पाठ करना चाहिए और इस पाठ के पूर्ण होते ही हाथों में लिया हुआ फूल और चावल भगवान शिव को अर्पण कर कपूर एवं चन्दन जलाकर भगवान शिव की आरती करना चाहिए. दरिद्रता दहन स्त्रोत के लाभ दरिद्रता दहन स्त्रोत को करने से व्यक्ति के जीवन से धन सम्बन्धी समस्या का अंत हो जाता है. दरिद्रता दहन स्त्रोत का पाठ व्यक्ति के सारे कष्टों को दूर करके उसके जीवन में सुख शान्ति और सम्रद्धि लाता है. दरिद्रता दहन स्त्रोत का पाठ व्यक्ति के जीवन में रोजगार सम्बन्धी समस्या का अंत होता है. दरिद्रता दहन स्त्रोत का पाठ करने से व्यक्ति की सारी मनोकामना जल्द ही पूर्ण होती है और दुर्भाग्य सौभाग्य में परिवर्तित होता है. सोते समय इन चीजों को न रखे अपने पास वरना हो जाओंगे पागल पीपल के 11 पत्ते दिलाएंगे आपको धन और ऐश्वर्य, बस करना होगा ये काम उत्तराखंड के कैलाश पर्वत पर दिखा भगवान शिव का चमत्कार यह अचूक उपाय दिलाएंगे आपको इतना धन की संभाल ही नहीं पाओगे