नई दिल्ली: पूर्व राष्‍ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्‍तान की मौजूदा कूटनीति की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि भारत के इशारे पर अमेरिका ने ये कदम उठाया है भारत हमेशा से हमें परेशान करता रहा है और अमेरिका भारत के साथ रणनीतिक में चीन के खिलाफ लगा हुआ है. हाल ही में हुए एक इंटरव्यू में मुशर्रफ ने आरोप लगाया कि अमेरिका शुरू से ही पाकिस्तान के साथ दोहरा रवैया अख्तियार करता रहा है. हम चीन की तरफ 1965 में तब गए थे जब अमेरिका ने भारत के खिलाफ जंग के बाद पाकिस्तान पर बैन लगाया था. हाफिज सईद के बाद पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति का ये बयान लगातार पाकिस्तान की आतंक परस्त नीति को दिखाता है. वही मुशर्रफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस मल्टीपोलर वर्ल्ड में चीन और रूस भी उभर रहे हैं. और अगर अमेरिका पाकिस्तान पर बैन लगाएगा तो हमारे पास अब ऑप्शन उपलब्ध हैं. ये अमेरिका को समझना होगा कि अफगानिस्तान में काम पाकिस्तान के बिना नहीं हो सकता है. परवेज मुशर्रफ ने आगे बढ़ते हुए कहा कि हम अमेरिका की जरूरत हैं ना कि अमेरिका हमारी. पाकिस्तान की पब्लिक अमेरिका के साथ नहीं है. अमेरिका ने 1965 में आर्मर्ड डिविजन दिया जहां मुशर्रफ ने काम किया. 1979 में पाकिस्तान की पब्लिक अमेरिका से खुश थी, जब पाकिस्तान के साथ अमेरिका ने अफगानिस्तान में सोवियत संघ के साथ लड़ाई लड़ी थी. लेकिन इस समय पाकिस्तान में अमेरिका को लेकर गुस्सा है और अमेरिका को ये समझना होगा. हिंदू बलात्कार पीड़िता को दी जाए सुरक्षा: पाक कोर्ट अमेरिका के पाकिस्तान विरोधी कदम पर गिरिराज के बोल आतंकवाद को लेकर अमेरिका ने रोकी पाकिस्तान की फंडिंग