टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा), अनुभवी निकहत जरीन (52 किग्रा) और पूजा रानी (81 किग्रा) ने महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिये इंडियन टीम में अपना स्थान बना लिया है। तीनों स्टार मुक्केबाजों ने तीन दिन के ट्रायल के उपरांत बुधवार को इस्तांबुल में मई में होने वाली चैंपियनशिप के लिए अपना स्थान पक्का कर लिया। लवलीना ने युवा विश्व चैंपियन अरुंधति चौधरी क मात दी है। उन्होंने बीते वर्ष दिसंबर में विश्व चैंपियनशिप के लिए लवलीना के स्वत: चयन का विरोध करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लवलीना की टोक्यो में 69 किग्रा में कांस्य पदक जीतने के उपरांत यह पहली प्रतियोगिता होने वाली है। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) की प्रतियोगिताओं में अब 69 किग्रा में मुकाबले नहीं होते हैं। कोरोना वायरस महामारी की वजह से वर्ल्ड चैंपियनशिप को स्थगित किया जा चुका है और अब इसका आयोजन छह से 21 मई तक किया जाने वाला है। वर्ल्ड चैंपियनशिप के 12 भार वर्गों के अलावा एशियाई खेलों के लिए भी तीन भार वर्गों (57 किग्रा, 60 किग्रा और 75 किग्रा) में चयन की पुष्टि भी की जा चुकी है। मनीषा को 57 किग्रा, जैसमीन को 60 किग्रा और अनुभवी स्वीटी बूरा को 75 किग्रा में चुन लिया गया है। इस माह के शुरू में प्रतिष्ठित स्ट्रैंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट में 2 गोल्ड मैडल जीतने वाली पहली इंडियन महिला मुक्केबाज बनने के उपरांत जरीन का चयन तय था। इसी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू (48 किग्रा) ने भी विश्व चैम्पियनशिप टीम में स्थान बना लिया है। मेसी, नेमार और एम्बाप्पे का टूट गया सपना, बेंजेमा ने मारी हैट्रिक निवेदिता और तमन्ना ने जूनियर बॉक्सिंग के फाइनल में बनाया अपना स्थान क्या पुलेला गोपीचंद के बीएआई महासचिव पद के लिए लड़ेंगे चुनाव