आज के बदलते दौर में महिलाओं ने देश का नाम रोशन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. हालांकि यह पहला अवसर नहीं है जब भारत की महिलाओं ने देश के मान को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है। इसके पहले भी कई बार वुमन खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर चुकी हैं। यहां हम ऐसी ही महिला खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने बीते एक वर्ष में देश को गौरवान्वित किया है। लवलीना बोरगोहेन: लवलीना बोरगोहेन असम की तीसरी मुक्केबाज हैं, जिन्होंने ओलंपिक में पदक भी अपने नाम कर लिया है। उन्होंने वर्ष 2021 में ओलंपिक में देश के लिए कमाल का प्रदर्शन भी कर चुकी है। उनके बेहतरीन खेल की बदौलत इंटरनेशनल लेवल पर देश का नाम ऊंचा हुआ। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक को अपने नाम कर लिया था। आने वाले वक़्त में उनसे सभी को और बेहतर प्रदर्शन का अनुमान भी है। लवलीना मेरीकॉम के उपरांत बॉक्सिंग की दुनिया में भारत की नई उम्मीद बनकर उभरी हैं। निखत जरीन: 25 वर्ष की निखत जरीन अपने युवा करियर में कई बार देश का नाम ऊंचा किया है। आने वाले वक़्त में उनसे देश को निरंतर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद लगाई जा रही है। इस वर्ष उन्होंने सतरंजा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में यूक्रेन की टेटिना कॉब को हराकर गोल्ड मैडल अपने नाम किया। उन्होंने यूक्रेन के खिलाड़ी को 4-1 से मात देकर एकतरफा अंदाज में यह मैच जीता था। उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाया है। सविता पुनिया: इंडिया की महिला हॉकी टीम की कप्तान सविता पुनिया भी कई मौकों पर देश का मान को और भी बढ़ा दिया है। हाल ही में स्पेन के विरुद्ध दो मैचों की सीरीज के लिए उन्हें भारतीय टीम की कप्तान बनाया गया था और आने वाले समय में भी उन्हें यह जिम्मेदारी भी दिए जाने का अनुमान है। सविता की टीम ने टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया था, लेकिन पदक नहीं जीत पाई थी। हालांकि, महिला टीम ने अपने प्रदर्शन से देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था। इसमें सविता का योगदान बहुत महत्वपूर्ण था। शेन वॉर्न के देहांत से दुखी पंटर, कहा- "सब कुछ बदल..." 'शेन वॉर्न से बेहतर गेंदबाज़ थे मुरलीधरन..', सुनील गावस्कर के बयान पर मचा हंगामा भारतीय महिला टीम ने पहले जीता मैच और अब दिल, VIDEO देखकर खुश हो रहे फैंस