चेन्नई: तमिलनाडु के राजनितिक दल मक्कल निधि मैयम (MNM) के प्रमुख और अभिनेता कमल हासन ने रविवार को कल्लकुरिची में जहरीली शराब पीने से बीमार पड़े लोगों से मुलाकात की। अभिनय से राजनीति के मैदान में उतरे कमल हासन ने जहरीली शराब से मौतों के मामले में पीड़ितों पर ही सवाल खड़े कर दिए और जहरीली शराब से जान गंवाने वालों को लापरवाह बता दिया। उन्होंने कहा कि पीड़ित शराब पीने में लापरवाह थे। कमल हासन ने कहा कि इन पीड़ितों को समझना होगा कि उन्होंने अपनी हद पार कर दी है और वे लापरवाह हैं। उन्हें सावधान रहना चाहिए। उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। कमल हासन ने जहरीली शराब की बिक्री रोकने में नाकाम रही राज्य सरकार के खिलाफ एक शब्द नहीं कहा। बल्कि, सरकार से अनुरोध किया कि वे मनोरोग केंद्र बनाएं, जो शराब पीने वालों को परामर्श देंगे। कमल हासन ने कहा कि, लोगों को यदि पीना है तो सामाजिक तौर पर कभी-कभार शराब पीनी चाहिए, लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि किसी भी रूप में लिमिट क्रॉस करना बुरा है, फिर चाहे वो शक्कर हो, या कुछ और। अभिनेता और राजनेता ने यह भी कहा कि शराब के मामले में जो लोग अपनी लिमिट क्रॉस कर चुके हैं, उनके पुनर्वास के लिए प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप यह नहीं कह सकते कि हम इसे (शराबखोरी) दूर कर देंगे। यह है, लेकिन इसे ठीक से चलाना होगा। बता दें कि ताजा आंकड़ों के मुताबिक, आज सोमवार तक जहरीली शराब मामले में 57 लोग दम तोड़ चुके हैं, जबकि 156 का अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है, इनसे मुलाकात के दौरान ही कमल हासन ने तमाम बातें कहीं। वहीं, इस मामले के कारण सत्ताधारी DMK को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है। तमिलनाडु विधानसभा में इस मामले और राज्य में अवैध शराब की बिक्री पर चर्चा की मांग की गई है। राज्य में विपक्ष के नेता एडापड्डी पलानीसामी ने कहा कि विधानसभा में मामले पर चर्चा न होना लोकतंत्र की हत्या है। MP में घटी दिल दहला देने वाली घटना, भूमि विवाद में सरेआम हुई 3 लोगों की हत्या ED-CBI से NEET की जांच करवाने की मांग पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इंकार ! हज के दौरान भीषण गर्मी से 1300 लोगों की मौत, सऊदी सरकार बोली- मृतकों में 83% अनधिकृत यात्री