विजयादशमी या दशहरा के दिन न केवल रावण दहन, श्रीराम-माता सीता पूजन, हनुमान जी का पूजन और शमी के वृक्ष का पूजन किया जाता है, बल्कि इस दिन घर के वाहनों और शस्त्रों का पूजन भी किया जाता है. दशहरा से जुड़ीं यह भी एक प्राचीन परंपरा है. रावण दहन के साथ ही हिन्दू धर्म के लोग इस दिन अपने घर में रखें शस्त्र जैसे कि तलवार, चाकू, बंदूक आदि का पूजन करते हैं. हालांकि इस दौरान सावधानी बरतने की भी आवश्यकता होती है. जानिए आपको इस दिन शस्त्र पूजा के दौरान किस तरह से सावधानी बरतनी चाहिए. शस्त्र पूजन के दौरान ध्यान देने योग्य बातें... - दशहरा पर्व के दौरान आप शस्त्र पूजन में जितनी सावधानी बरतेंगे आपके लिए उतना ही अच्छा होगा. यदि आप जरा भी इसके प्रति लापरवाह होते हैं, तो इसके आपको काफी गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं. घर में पूजा के लिए रखे गए शस्त्रों से घर के छोटे बच्चों को दूर ही रखें. - यह घर के बड़ों की जिम्मेदारी है कि छोटे और नाबालिग बच्चों को हथियार या शस्त्र से दूर ही रखा जाए. - तलवार, चाकू और बंदूक आदि हथियार काफी खतरनाक होते हैं. अतः आप कभी भी इन्हें खिलौना न समझें. इससे कोई बड़ी घटना भी घट सकती है. आए दिन हम देखते और सुनते रहते हैं, जहां लापरवाही के कई मामले सामने आते हैं. - बच्चों को हथियार के पास ले जाना और उनसे उन्हें दूर रखना ये दोनों ही काम घर के बड़े लोगों के होते हैं. बच्चे की खुशी या प्रोत्साहन को देखते हुए गलती से भी उनके हाथ में हथियार न दें. - शस्त्र की पूजा के पहले उन्हें अच्छे से साफ़ किया जाता है. हालांकि इस दौरान भी सावधानी और सतर्कता आवश्यक होती है. वहीं हथियार की पूजा के बाद उन्हें एक सुरक्षित और उचित स्थान पर रखना चाहिए. दशहरा : देशभर में प्रसिद्ध है कुल्लू-मैसूर का दशहरा, जानिए यहां की खास बातें... दशहरा कथा : माँ दुर्गा को चढ़ाने के लिए अपनी आँख निकालने लगे थे श्री राम दशहरा : किस तरह से की जाती है शस्त्र-वाहन की पूजा, क्या कहती है परंपरा ? दशहरा : क्या है इस त्यौहार का धार्मिक महत्व ? दशहरा : दशहरा से जुड़ीं कुछ खास बातें, हर किसी के लिए जानना जरूरी दशहरा : दशहरा कब मनाया जाता है ? दशहरा : दशहरा कैसे मनाते हैं ? दशहरा : दशहरा क्यों मनाया जाता है ?