आजकल सोशल मीडिया हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। कई लोग घंटों तक सोशल मीडिया पर लगे रहते हैं, जिससे उन्हें दूसरी महत्वपूर्ण चीज़ें याद नहीं रहतीं। हालांकि सोशल मीडिया से कुछ जानकारियां जरूर मिलती हैं, लेकिन अगर इसे आदत बना लिया जाए, तो इसके कई नुकसान भी हैं। कुछ अमीर देशों में मोबाइल की लत छुड़ाने के लिए थेरेपी भी दी जा रही है। सोशल मीडिया के नुकसान और डिटॉक्स के फायदे अध्ययनों के अनुसार, सोशल मीडिया से जितना लाभ हो सकता है, उससे कहीं ज्यादा हानि होती है। हाल ही में एक स्टडी में पाया गया है कि अगर आप रोजाना सोशल मीडिया का इस्तेमाल 30 मिनट कम कर दें, तो अकेलापन, दुनिया से खो जाने का डर, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याएं जल्दी दूर हो सकती हैं। सोचिए, अगर आप एक हफ्ते तक सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रहें, तो आपकी सेहत पर क्या असर पड़ेगा। आइए जानते हैं इसके फायदे: मानसिक स्वास्थ्य में सुधार सोशल मीडिया से ब्रेक लेने से तनाव, चिंता और अवसाद कम हो सकते हैं। यह आपको खुश और दूसरों से अधिक जुड़ा हुआ महसूस करने में भी मदद कर सकता है। बेहतर नींद सोशल मीडिया डिटॉक्स से बेहतर नींद मिल सकती है क्योंकि यह उत्तेजना और नीली रोशनी को कम करता है, जो आपकी नींद को प्रभावित कर सकते हैं। बेहतर फोकस सोशल मीडिया से ब्रेक लेने पर आपको बेहतर फोकस करने में मदद मिल सकती है क्योंकि यह आपको स्क्रॉल करने और टैब स्विच करने की लगातार जरूरत को कम करता है। बेहतर वास्तविक जीवन कनेक्शन सोशल मीडिया से दूरी बनाने से आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ अधिक समय बिता सकते हैं और अपने रिश्तों को बेहतर बना सकते हैं। खुद के लिए ज्यादा समय डिटॉक्स करने से आपको अपनी पसंद की चीजें करने और नई चीजें आजमाने के लिए ज्यादा समय मिल सकता है। FOMO (मिसिंग आउट) में कमी सोशल मीडिया डिटॉक्स से FOMO के डर को कम किया जा सकता है और दूसरों से अपनी तुलना करने की आदत कम हो सकती है। बेहतर आत्म-सम्मान सोशल मीडिया की तुलना की प्रवृत्ति को कम करने से आपके आत्म-सम्मान में सुधार हो सकता है। प्रोडक्टिविटी और क्रिएटिविटी में वृद्धि सोशल मीडिया डिटॉक्स आपकी उत्पादकता और रचनात्मकता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य डिटॉक्स करने से आपके शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है। इसलिए, अगर आप अपने जीवन को और बेहतर बनाना चाहते हैं, तो सोशल मीडिया से एक हफ्ते का ब्रेक लेना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। चलती कार में दलित नाबालिग से सामूहिक बलात्कार, मोहम्मद आरिफ और मोहम्मद रिज़वान गिरफ्तार चंदन गुप्ता हत्याकांड: आरोपी मुनाजिर की जमानत का विरोध करने वाली महिला वकील की हत्या लंदन में कोहली का पीछा कर रहे लोग, देखकर कपल हुआ नाराज