ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने सलमान हुसैन नदवी को बोर्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसी के साथ अयोध्या मामले पर भी बोर्ड का अड़ियल रवैया कायम है. AIMPLB ने नदवी के प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा कि अयोध्या मामले पर कोई बातचीत नहीं होगी, बल्कि इस पर सुप्रीम कोर्ट का ही फैसला मान्य होगा. सलमान हुसैन नदवी ने बातचीत कर मस्जिद के लिए कहीं और जमीन लेने का प्रस्ताव दिया था. इस सब के बीच कोर्ट के बाहर श्री श्री रविशंकर के प्रयास जारी है. गौरतलब है कि हैदराबाद में हुई ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड कि बैठक के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि अयोध्या मामले पर पर्सनल लॉ बोर्ड के पुराने रुख में कोई बदलाव नहीं आया है. हमारा मानना है कि वह एक मस्जिद है. उन्होंने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हिंदू नेता चाहते हैं कि हम पीछे हट जाएं, पर शरीयत हमें ऐसा करने की इजाजत नहीं देती. बैठक के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि बोर्ड अपनी दिसंबर 1990 और जनवरी 1993 वाले प्रस्ताव पर कायम है. इसमें कहा गया है कि यह जमीन मस्जिद के लिए है और इसे न तो बेचा जा सकता है और न ही गिफ्ट किया जा सकता है. रिलीज में कहा गया है कि एक बार मस्जिद को दी गई जमीन अल्लाह की हो जाती है. अयोध्या मामले पर मुस्लिम बोर्ड का बड़ा फैसला आधार पर सुप्रीम कोर्ट की सरकार को चेतावनी अयोध्या मामले पर अगली सुनवाई कब? छह सबसे बड़े मामलों पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई केंद्रीय मंत्री ने कहा 'राम मंदिर भारत में नहीं तो क्या पाकिस्तान में बनेगा'