संगीता बिजलानी, सोनम खान, सोमी अली और मंदाकिनी जैसी कई अभिनेत्रियों ने 1990 के दशक में बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई, लेकिन बाद में ग्लैमर की दुनिया से दूरी बना ली। इस लिस्ट में एक और नाम शामिल है - अनु अग्रवाल, जिन्होंने एक म्यूजिकल ब्लॉकबस्टर 'आशिकी' से अपने करियर की शुरुआत की थी। ‘आशिकी’ से मिली शोहरत महेश भट्ट की निर्देशित फिल्म 'आशिकी' 1990 में रिलीज़ हुई थी, जिसमें राहुल रॉय और अनु अग्रवाल ने अपने अभिनय की शुरुआत की। यह फिल्म और इसके गाने जैसे 'नज़र के सामने', 'धीरे-धीरे से', 'बस एक सनम चाहिए' और 'जाने जिगर जानेमन' सुपरहिट रहे। 'आशिकी' ने अनु अग्रवाल को रातों-रात स्टार बना दिया। फिल्मी करियर और संघर्ष ‘आशिकी’ के बाद अनु ने 'किंग अंकल', 'खल-नायिका' और 'जन्म कुंडली' जैसी फिल्मों में काम किया, लेकिन कोई भी फिल्म 'आशिकी' की सफलता को दोहरा नहीं सकी। अनु को उनके सांवले रंग के लिए ट्रोल भी किया गया। मात्र छह साल बाद उन्होंने एक्टिंग से दूरी बना ली। एक्सीडेंट और जिंदगी का बदलाव 1999 में अनु एक भयानक कार एक्सीडेंट का शिकार हो गईं। इस दुर्घटना में वे 29 दिनों तक कोमा में रहीं और उनकी याददाश्त भी चली गई। एक इंटरव्यू में अनु ने बताया कि पार्टी से लौटते वक्त उनकी कार का एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई थीं। लकवा होने के कारण उनकी रिकवरी में तीन साल लगे और इस दौरान उन्हें काफी दर्द झेलना पड़ा। याददाश्त खोने के बाद का अनुभव अनु ने बताया कि जब उनकी याददाश्त वापस आई, तो उन्होंने 'आशिकी' फिल्म देखी, लेकिन उन्हें कुछ भी याद नहीं था। उनकी मां ने फिल्म दिखाई, लेकिन अनु को खुद को पहचानने में कठिनाई हुई। अनु ने कहा, "मैं एक बच्चे की तरह फिल्म देख रही थी और समझ नहीं पा रही थी कि यह मेरी ही फिल्म है।" साधु बनने का निर्णय और आत्मकथा 2001 में अनु ने साधु के रूप में पहाड़ों पर जाने का फैसला किया। 2015 में उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘अनुसुअल: मेमॉयर ऑफ ए गर्ल हू केम बैक फ्रॉम द डेड’ लिखी, जिसमें उन्होंने अपने फिल्मी करियर को अपनी जिंदगी का "सबसे दुखद समय" बताया। योग में राहत और नया जीवन मीडिया से बात करते हुए अनु ने बताया कि उन्होंने इंडस्ट्री क्यों छोड़ी। उन्होंने कहा, "सफलता का स्वाद चखना आसान होता है, लेकिन मैंने इससे बाहर निकलने का विकल्प चुना। मैं खुद को बेहतर तरीके से जानना चाहती थी, जो एक एक्ट्रेस के रूप में मेरी भूमिका से परे है। मुझे योग में राहत मिली और आज मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों को जीवन जीने का यह तरीका बताना चाहती हूं।" वर्तमान जीवन अनु अग्रवाल अब मुंबई में रहती हैं, योग करती हैं और सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती हैं। वे अब एक्टिंग में भी वापसी करना चाहती हैं और इसके लिए फिल्म निर्माताओं से मिल रही हैं। ड्राइवरलेस कार का अनुभव करने के बाद ऐसा था इस बच्ची का रिएक्शन Union Budget 2024: लिथियम-आयन बैटरी की कीमतों में कमी के रूप में इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगा बढ़ावा