दुनियाभर में लग्जरी कारों का एक खास आकर्षण है। भारत में लोग रोल्स-रॉयस, लैम्बोर्गिनी जैसी कारों को पाने का सपना देखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुबई में कई बार लोग इन महंगी कारों को सड़कों पर ऐसे ही छोड़कर चले जाते हैं? सुनने में यह अजीब लगता है, लेकिन यह सच्चाई है। दुबई की सड़कों पर लावारिस लग्जरी कारें दुबई, संयुक्त अरब अमीरात का एक ऐसा शहर है जहां सुपरकारें बहुत आम हो चुकी हैं। यहां की सड़कों, एयरपोर्ट और पार्किंग एरियाज में फेरारी, लैम्बोर्गिनी, बेंटले और पोर्श जैसी महंगी कारें अक्सर देखने को मिलती हैं। भारत में जहां इन कारों का मालिक होना एक बड़ा सपना है, वहीं दुबई के लिए यह रोजमर्रा की बात है। आखिर क्यों छोड़ देते हैं लोग इन सुपरकारों को? दुबई की सड़कों पर इन महंगी कारों को छोड़ने की सबसे बड़ी वजह आर्थिक संकट (फाइनेंशियल क्राइसिस) है। दुबई में काम की तलाश में आए कई लोग अपने सपनों की कारें तो खरीद लेते हैं, लेकिन बढ़ते खर्चों और कर्ज के चलते इनकी अदायगी नहीं कर पाते। दुबई में अगर कर्ज नहीं चुकाया जाता तो कड़ी सजा का प्रावधान है। ऐसे में लोग जेल जाने से बचने के लिए अपनी कारें छोड़कर देश से भाग जाते हैं। इसके अलावा, दुबई का शरिया कानून भी इसमें अहम भूमिका निभाता है। शरिया कानून के तहत कर्ज न चुका पाने वालों को जेल की सजा दी जाती है, जिससे बचने के लिए लोग कारें छोड़ देते हैं। कैसी होती हैं ये छोड़ी गई कारें? अक्सर जो कारें यूं ही छोड़ दी जाती हैं, वे ज्यादातर फाइनेंस होती हैं। यानी कि लोग इनका कुछ हिस्सा चुका चुके होते हैं, लेकिन बाद में चेक बाउंस हो जाने पर वे कार को ऐसे ही छोड़ देते हैं। कुछ कारें ऐसी होती हैं जिनका रजिस्ट्रेशन तक नहीं हुआ होता। इसके चलते दुबई में इन छोड़ी हुई महंगी कारों का नजारा आम बन चुका है। क्या छोड़ी हुई इन कारों को खरीदा जा सकता है? जी हां, छोड़ी गई इन महंगी कारों को खरीदा जा सकता है। दुबई पुलिस इन लावारिस कारों को इकट्ठा कर उनकी नीलामी कराती है। हालांकि, इस प्रक्रिया में कानूनी प्रक्रिया शामिल होती है और कई कागजी कार्रवाई करनी पड़ती है। इसे दुनिया की सबसे महंगी 'स्पेशल सुपरकार पुलिस सेल' भी कहा जाता है, जहां ये कारें नीलामी में बेची जाती हैं। तो, अगर आप दुबई में हैं और एक लग्जरी कार खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो ये लावारिस कारें आपके लिए एक विकल्प हो सकती हैं, बशर्ते कि आप इसके कानूनी प्रोसेस को पूरा कर सकें। 'गंभीर परिणाम होंगे..', कनाडा के आरोपों से भड़की भारत सरकार, राजदूत को किया तलब झारखंड में भाजपा के लिए सरदर्द बने 'बागी' नेता..! सुलह कराने पहुँच रहे अमित शाह जनगणना को लेकर तैयारियां तेज..! अमित शाह ने लॉन्च किया CRS एप, घर बैठे रजिस्ट्रेशन