प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी की हसीं की तुलना राक्षसी से करने का मामला तूल पकड़ रहा है. कांग्रेस इस मुद्दे पर पीएम मोदी से माफ़ी मंगवाना चाहती है. कांग्रेस की ओर से एक बयान में कहा गया है कि महिलाओं का अपमान करने वाले मोदी को रेणुका चौधरी से माफ़ी मांगनी चाहिए. गौरतलब है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए जब पीएम मोदी अपनी सरकार की उपलब्धियाँ गिनवा रहे थे तो उनके बयान पर कांग्रेस नेत्री रेणुका चौधरी बहुत जोर से हंसने लगीं, जिस पर सभापति वेंकैया नायडू ने उनकी टोकना चाहा मगर मोदी ने नायडू को रोकते हुए कहा-सभापति जी, आप रेणुका जी को कुछ न कहिए. रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी अब सुनाई दी है. मतलब पीएम मोदी ने तंज की भाषा में रेणुका की हंसी को राक्षसी कह दिया था. बाद में इस मामले पर रेणुका चौधरी ने कहा था कि , 'प्रधानमंत्री ने जो बोला है, उस पर मैं क्या कह सकती हूं. उन्होंने अपना संस्कार दिखा दिया. उन्होंने दिखा दिया कि वह किस स्तर तक जा सकते हैं. मेरी हंसी के फैन देशभर में हैं.' उन्होंने कहा, 'ऐसे गरिमा की कमी और मर्यादा के देख-देखकर हम यहां तक पहुंचे हैं, इसलिए हमारी आवाज बुलंद रहती है और हम लड़ते हैं. एक मुस्कुराहट और हंसी में अगर एक देश का प्रधानमंत्री पुरुष होकर ऐसा बोल सकते हैं, तो मैं उस तरह से गिर नहीं सकती. मैं वहीं से उठूंगी और मेरी आवाज बुलंद रहेगी. शर्म की बात है.' बहरहाल रेणुका की हंसी पर तंज कसने के बाद इस मुद्दे पर राजनीती गरमा गई है वही कांग्रेस ने पीएम मोदी से माफ़ी मांगने की मांग कर चुकी है. किसने कहा हमें दिल्ली की भीख की जरुरत नहीं? 'कांग्रेस मुक्त भारत' मेरा नहीं, गांधी का सपना था - पीएम मोदी पीएम मोदी ने महिला की तुलना राक्षसी से की