गुडगाँव: भारत में गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है, हमारे वेद, पुराण, शास्त्र आदि भी गुरु की महिमा का गुणगान कर चुके हैं. किन्तु मौजूदा समय में इसकी महत्ता को भुला दिया गया है, आज छात्र, गुरु की दी हुई शिक्षा को पैसे के बदले में मिला हुआ सौदा ही समझता है. ऐसे में गुरु या शिक्षक के लिए उसके मन में आदर भाव उत्पन्न होना कठिन है, इसी तरफ संकेत करता है गुडगाँव का यह मामला. गुडगाँव के एक बड़े स्कूल में एक छात्र ने अपनी शिक्षिका और उनकी बेटी को लेकर सोशल मिडिया पर अभद्र टिपण्णी की और दोनों के साथ बलात्कार करने तक की धमकी दे डाली, जिसके बाद शिक्षिका के परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस में की. लेकिन 12 फरवरी को शिकायत दर्ज करने के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस घटना की सुचना जब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को मिली तो, सीडब्लूसी की टीम ने स्कूल जाकर प्रशासन से बात की और गुड़गांव पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाये. सीडब्लूसी ने पुलिस से कहा कि, "आपने इस मामले की जानकारी अभी तक हमे क्यों नहीं दी". सूत्रों ने बताया कि, पुलिस मामले को रफा-दफा करने की फ़िराक़ में है. आपको बता दें कि, इसी स्कूल के एक छात्र ने पिछले हफ्ते अपनी टीचर को कैंडल लाइट डिनर के लिए इनवाइट कर संबंध बनाने की बात कही थी, जिस पर काफी बवाल मचा था. इन दोनों मामलों को देखकर गुडगाँव पुलिस और स्कूल प्रशासन दोनों पर संदेह जा रहा है कि, अभी तक इन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई. यूपी: बीच रास्ते लड़की को जिन्दा जलाया शक के घेरे में आकर महिला ने किया वीभत्स कर्म जयपुर: बिन कसूर जान से हाथ धोना पड़ा