हर व्यक्तियों का जीवन उसके जन्म के साथ ही ग्रहों के द्वारा प्रभावित होता है व्यक्ति के जीवन में शुभ अशुभ फलों का कारक ग्रह ही होते है इन्ही ग्रहों में से एक ग्रह शनि भी है जिनका नाम सुनते ही व्यक्ति के मन में एक अजीब सा भय व्याप्त हो जाता है यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि शुभ फल देता है तो वह उस व्यक्ति को रंक से राजा बना देता है किन्तु यदि किसी व्यक्ति के कुंडली में शनि अशुभ फल दाता होता है तो राजा भी रंक बन जाता है. किसी भी व्यक्ति की कुंडली में शनि की दशा दो प्रकार कि हो सकती है जिसे साढ़ेसाती और ढैय्या कहा जाता है, साढ़ेसाती व्यक्ति की कुंडली में शनि की दीर्घकालिक दशा होती है जबकि ढैय्या को लघुकालिकमाना जाता है यदि आपकी कुंडली में भी शनि कि यह दशा चल रही है तो इस लेख में दिए गए उपाय आपको इससे मुक्ति दिला सकते है तो आइये जानते है यह कौन से उपाय है जो व्यक्ति की इस दशा को दूर करने में सहायक होते है? माना जाता है कि शनि की दशा को शांत करने के लिए सबसे कारगर उपाय दान माना जाता है यदि वह व्यक्ति जिसपर शनि की दशा चल रही है दवाइयों का दान करता है तो उसे जल्द ही शनि की इन दशाओं से मुक्ति प्राप्त होती है. इस बात का उल्लेख किसी शास्त्रों में देखने को नहीं मिलता लेकिन यदि यदि व्यक्ति अपनी पूर्ण निष्ठा के साथ दवाइयों का दान करता है तो उसे सफलता अवश्य प्राप्त होती है. यदि शास्त्रों की माने तो व्यक्ति को छाया दान व तुला दान करने से भी शनि की दशा से मुक्ति मिलती है तुला दान में शनि की दशा को दूर करने के लिए लोहे का दान सर्वोत्तम माना गया है जिसे आप किसी मंदिर या धार्मिक स्थल पर कर सकते है. तथा तेल व अनाज का दान भी शनि दशा से मुक्ति दिलाता है. हनुमान की भूमिका निभाने के लिए निर्भय वाधवा का बयान साबुत उड़द की काली दाल दिलाती है परेशानीयों से मुक्ति कुंडली में अगर शनि विराजमान है तो जाने सुख और दुख बस यही काम शनि के दुष्प्रभाव से आपको बचा सकते है