भगवान कृष्ण को कई नाम से जाना जाता है एवं कई रूप है जिसमे सबसे मनमोहक रूप इनका बाल गोपाल रूप है जो इनकी शैशवास्था वाला रूप है. भगवान् कृष्ण के इस रूप को यदि आप अपने घर में स्थापित करने की सोच रहे है तो इसके लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा. जिससे करने से आपको भगवान् कृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है. तो आइये जानते है वह बाते कौन सी है. अपने शिशु जैसी देखभाल- घर में जिस तरह आप अपने शिशु की देखभाल करते है उसी प्रकार अपने घर में विराजित लड्डू गोपाल की भी देखभाल करना चाहिए. क्योकि वह आपके घर में नन्हें अतिथि के रूप में आयें है और आप उनकी जितनी अधिक सेवा करेंगे वह उतने अधिक प्रसन्न होकर आपकी सभी मनोकामना पूर्ण करेंगे. प्रतिदिन स्नान कराएं- आपको अपने घर में विराजित बालगोपाल को प्रतिदिन स्नान कराना चाहिए. स्नान कराने के पश्चात उनकी मूर्ति को साफ़ कपड़े से पोंछ कर उन्हें स्वच्छ वस्त्र धारण कराने के पश्चात उनका श्रृंगार कर उन्हें उनके स्थान पर पुनः स्थापित कर देना चाहिए. बाल गोपाल का भोजन- आपके घर की रसोई में आप जो कुछ भी पकाएं उन सभी चीजों का भोग बालगोपाल को अवश्य लगायें इसके आलावा बाल गोपाल को माखन बहुत प्रिय है इसलिए प्रत्येक सुबह बाल गोपाल को माखन मिश्री दूध का भोग लगाना न भुलें. जिससे बालगोपाल प्रसन्न होते है. श्रीमद्भागवत गीता एवं मोर पंख- भगवान् कृष्ण को मोर पंख बहुत प्रिय है इसलिए बाल गोपाल का श्रंगार मोरपंख से करें और उनके मंदिर को भी मोर के पंख से सजाएं. इसके साथ ही श्रीमद्भागवत गीता का पाठ इनके समक्ष बैठकर समय-समय पर करते रहें. और पाठ करने के पश्चात गीता को बाल गोपाल के पास रख दें. तामसिक भोजन का त्याग- आपको इस बात का ध्यान रखना होगा की आपके घर में किसी प्रकार का तामसिक भोजन न पके और न ही कोई इस भोजन को ग्रहण करे आपको यदि बाल गोपाल की कृपा प्राप्त करना है तो तामसिक भोजन जैसे मांस, मछली, मदिरा, प्याज, लहसुन आदि सभी का त्याग करना जरूरी है. 12 साल में एक बार इस शिवलिंग के हो जाते है टुकड़े-टुकड़े, जाने इस रहस्य के बारे में महिला के बारे में भीष्म पितामाह युधिष्ठिर से कह गए ये जरुरी बात हकीकत है या सच्चाई पर हनुमान जी के पैर यहाँ आये नज़र कोई भी धार्मिक अनुष्ठान करने से पहले जान ले ये बात