मुंबई: एकनाथ शिंदे गुट के द्वारा शिवसेना के धनुष-बाण चिन्ह पर भी दावा करने के कयास है। इस बात का पूरा अनुमान पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को भी है। अब ऐसा लग रहा है कि उद्धव ठाकरे भी कानूनी विवाद में पार्टी का चुनाव चिह्न खोने की तैयारी कर रहे हैं। क्योंकि शिवसेना के वफादारों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने चुनाव चिन्ह को लेकर एक बयान दिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि यदि कानूनी लड़ाई में यदि आप धनुष-बाण का चिन्ह खो देते हैं तो एक नए प्रतीक के लिए तैयार रहें। ठाकरे ने शिवसैनिकों से यह भी बोला कि हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि नया प्रतीक घरों तक कैसे पहुंचे। उद्धव ठाकरे के इस बयान के पश्चात् एक शिंदे गुट के प्रवक्ता MLA दीपक केसरकर ने कहा कि अभी भी देर नहीं हुई है। उन्होंने कहा, "वक़्त नहीं गुजरा है। मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि मैं उद्धव ठाकरे के खिलाफ बात नहीं करूंगा। यदि वह सीनियर नेताओं से संपर्क करते हैं तो आगे का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।'' केसरकर ने कहा, ''उद्धव ठाकरे और पीएम नरेंद्र मोदी के अच्छे संबंध हैं। अमित शाह एवं जेपी नड्डा के साथ सालों पुरानी मित्रता है। भले ही वे किसी वजह से अलग हो गए हों लेकिन वे नजदीक आ सकते हैं।'' दीपक केसरकर ने अपने एक इंटरव्यू में कहा, ''हम महाराष्ट्र के विकास के लिए काम कर रहे हैं। सभी के लिए एक दिशा में काम करना अहम है। हम सिर्फ प्रार्थना कर सकते हैं कि वे सही फैसला लें। मुझे विश्वास है कि उद्धव ठाकरे इसी दिशा में कदम उठाएंगे।'' 'हिन्दू हमारे पूर्वज, हम गाय नहीं खाएंगे तो मर नहीं जाएंगे..', इस बड़े मुस्लिम नेता की अपील कांग्रेस ने शुरू की 'गुजरात फतह' की तैयारी, जिग्नेश मेवानी सहित 7 को बनाया कार्यकारी अध्यक्ष इस्तीफा देने के बाद पहली बार आया आरसीपी सिंह का बयान, जानिए क्या कहा?