नई दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनावों को "सामान्य चुनाव नहीं" करार देते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को मतदाताओं से बड़ी संख्या में बाहर आने का आग्रह किया। एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा, "आज तीसरे चरण का मतदान है! आप सभी से मेरा अनुरोध है कि अपने अधिकारों की रक्षा के लिए बड़ी संख्या में निकलें और वोट करें। याद रहे, यह कोई सामान्य चुनाव नहीं, देश के लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का चुनाव है।'' उल्लेखनीय है कि, कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि, भाजपा संविधान को ख़त्म कर देगी और कांग्रेस उसे बचाने के लिए लड़ाई लड़ रही है। हालाँकि, कांग्रेस के इस आरोप पर भाजपा का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के आने से पहले, यानी 2014 में देश में दो संविधान हुआ करते थे, कश्मीर का अलग और बाकी देश का अलग। भाजपा का सवाल है कि, संविधान के साथ खिलवाड़ किसने किया था ? इसके अलावा भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी लगा रखी है, जिसमे इंदिरा गांधी द्वारा इमरजेंसी में चुपचाप संविधान में बदलाव कर दिए जाने को अवैध घोषित करने की मांग की गई है। सोमवार (29 अप्रैल 2024) को ही, भारत की सुप्रीम कोर्ट में भारतीय संविधान की प्रस्तावना से "समाजवादी" (Socialist) और "धर्मनिरपेक्ष" (Secular) शब्दों को हटाने की मांग पर सुनवाई हुई थी। याचिका में दावा किया गया था कि, भारत के संविधान में ये स्पष्ट है कि, इसकी प्रस्तावना में कभी भी कोई बदलाव नहीं किया जा सकता, लेकिन इंदिरा सरकार में इमरजेंसी के दौरान ये दो शब्द चुपचाप संविधान की प्रस्तावना में जोड़ दिए गए थे, जिस समय कई विपक्षी नेता, समेत पत्रकार भी जेल में थे। ये खबर ही काफी दिनों के बाद बाहर आई थी। इसको लेकर भी भाजपा, कांग्रेस पर हमलावर है और पूछ रही है कि खुद संविधान की धज्जियाँ उड़ाने वाले आज आरोप लगा रहे हैं। भाजपा एक तर्क ये भी दे रही है कि मोदी सरकार पिछले 10 सालों से पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में है, यदि उसका ऐसा इरादा होता, तो वो संविधान में बदलाव कर चुकी होती, लेकिन क्या उसने ऐसा किया ? वहीं, राहुल से पहले, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देशवासियों से बड़ी तादाद में आने और मौजूदा लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान करने का आग्रह किया और लोगों से कहा कि जब वे EVM पर बटन दबाएं, तो यह ध्यान रखें कि वे सिर्फ अपने भविष्य का फैसला नहीं कर रहे हैं। लेकिन 140 करोड़ साथी भारतीयों का सामूहिक भविष्य का फैसला कर रहे हैं। एक्स पर एक पोस्ट में, खड़गे ने कहा कि अब एक सही निर्णय एक ऐसे भारत का निर्माण कर सकता है जहां "न्याय" सर्वोच्च है। इससे पहले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को पत्र लिखकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ "झूठे" आरोप लगाने के लिए कार्रवाई का आग्रह किया कि आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान को खत्म करना चाहते हैं। राहुल ने कहा था कि, मोदी सरकार, दलितों और समाज के वंचित वर्गों के बुनियादी अधिकारों को ख़त्म कर देगी, संविधान को फाड़कर फेंक देगी। इस बीच, मंगलवार को आम चुनाव के तीसरे चरण में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 93 लोकसभा सीटों के लिए मतदान जारी है। 'मुस्लिमों के लिए आरक्षण जरुरी, मिलना चाहिए..', खुलकर समर्थन में उतरे लालू यादव, भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप 1 करोड़ नकद, 45 लाख का सोना ! फिर भी और दहेज़ मांग रहा था समीर कबाड़ी, नहीं मिला तो पत्नी गुलफ्शा को मार दी गोली पानी पीने मस्जिद में गई थी 12 साल की मासूम, बाथरूम में खींच ले गया अक़दस, किया बलात्कार