आमतौर पर हर इंसान शनि देव कि दृष्टि से बचना चाहता है, क्योंकि जिस भी इंसान पर शनिदेव कि दृष्टि पड़ती है। समझ लें, की उसका बुरा समय शुरू हो चुका है, उसके हर बनते काम बिगड़ने लगते हैं। वह जो भी करता है उसमें उसे असफलता ही मिलती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की शनिदेव की दृष्टि सभी के ऊपर बुरा असर ही डालती है। आज हम आपसे इसी सिलसिले पर चर्चा करने वाले हैं। जिसमें हम राशि के अनुसार जानेंगे की वह कौन सी राशि है जिन पर शनिदेव की दृष्टि हमेशा फलदायी ही होती है? मेष राशि – मेष राशि का स्वामी मंगल होता है। मेष राशि के जातक शनि के प्रभाव से बेहद ऊर्जावान हो जाते हैं। इनका स्वाभाव बहुत जिद्दी होता है। इसलिए वह जो भी काम करने जाते हैं उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। इस राशि के जातक बहुत ईमानदार होते हैं। इसलिए वह जो भी कुछ करते हैं वह पूरी ईमानदारी से करते हैं। दोस्ती निभाने में इस राशि के जातक बहुत अच्छे होते हैं। वृश्चिक राशि – ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस राशि के जातकों का शनि से प्रभावित होना भाग्यशाली माना जाता है। दोस्ती के मामले में मेष राशि के जातक की तरह वफादार होते हैं। इस राशि के जातकों को कम मेहनत में ही अधिक फल मिल जाता है। ये मुश्किल हालातों पर आसानी से काबू पा लेते हैं। वृश्चिक राशि में शनि का प्रभाव अच्छा माना जाता है। इस राशि के जातक की कुंडली में मंगल का प्रभाव भी शुभ फलदायी माना जाता है। मकर राशि – मकर राशि के जातकों में भावनाओं पर नियंत्रण करने की अद्भभुत क्षमता होती है। ये अपना काम धैर्य से पूरा करते हैं। शनि के प्रभाव से इस राशि के जातकों को कुशाग्र बुद्धि मिलती है। शनि के प्रभाव से मकर राशि वाले समझदारी से काम लेते हैं। शनि का प्रभाव मकर राशि के लिए अच्छा माना जाता है। कुंभ राशि– कुंभ राशि के जातक शनि से प्रभावित होते हैं। इनमें परोपकार का गुण होता है और ये अधिक मेहनत करने में विश्वास करते हैं। ये अपनी मेहनत से जीवन में धन-दौलत पाते हैं। ये बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं। कुंभ राशि के जातकों में परोपकार और अधिक मेहनत करने का गुण शनि ग्रह के प्रभाव से मिलता है। "इ" अक्षर से शुरू होने वाले नाम के लोगो में होती हैं ये खास बातें राशि के अनुसार जानें किस उम्र में शादी करना बेहतर माना गया है दुल्हन अपनी राशि के अनुसार करें शादी के जोड़े का चुनाव जीवन में सफल होने के लिए ही जन्म लेते हैं ये लोग