शिवपुरी: मध्य प्रदेश के शिवपुरी की रहने वाली छात्रा के राजस्थान से किडनैपिंग की घटना को पुलिस ने सुलझा लिया है। छात्रा का अपहरण नहीं हुआ था। बल्कि, छात्रा ने 30 लाख पाने के चक्कर में स्वयं ही ये नाटक किया था। छात्रा काव्या (21) के माता पिता ने उसे कोटा के एक कोचिंग सेंटर में दाखिला दिलवाया था। उसे स्वयं वो हॉस्टल में छोड़कर गए थे। जब पुलिस उसके किडनैपिंग केस की तहकीकात कर रही थी तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं। पता चला कि काव्या बीते वर्ष हॉस्टल में केवल 3 दिन ही रही। फिर हॉस्टल छोड़कर वो इंदौर चली गई। वहां वो अपने दो पुरुष मित्रों के साथ रहने लगी। काव्या के एक मित्र ने बताया कि 2 में से एक पुरुष मित्र के साथ मिलकर वो विदेश जाना चाहती थी। मगर उसने पास पैसे नहीं थी। इसलिए उसने अपनी ही अपहरण की योजना की। स्वयं के हाथ और पैर बांधे। कुछ फोटोज खींचीं तथा अपने पिता को धमकी भरा मैसेज भेजकर फिरौती की मांग की। पिता को भेजे मैसेज में लिखा गया था कि 30 लाख की फिरौती दो, नहीं तो काव्या के साथ कुछ भी गलत किया जा सकता है। बेटी की फोटोज देखकर काव्या के पिता ने पुलिस में इसकी शिकायत की। पुलिस ने कहा कि काव्या का एक दोस्त भी उसके इस प्लान में सम्मिलित है। फिलहाल दोनों का कुछ भी पता नहीं लग सका है। दोनों की तलाश जारी है। वहीं उसका एक दोस्त पुलिस की मदद कर रहा है। उसी ने ये सारी बातें पुलिस को बताईं। पुलिस ने कहा कि काव्या ने इस बात की खबर भी अपने परिवार को नहीं लगने दी कि वो कोटा को छोड़कर इंदौर आ गई है। क्या था पूरा मामला? प्राप्त खबर के अनुसार, यह पूरी घटना शिवपुरी जिले के बैराड़ थाना इलाके की है। यहां लार्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड़ की बेटी काव्या धाकड़ सितंबर 2023 से कोटा में NEET की तैयारी कर रही थी। 18 मार्च को अचानक से रघुवीर को एक मैसेज एवं कुछ तस्वीरें मिलीं। जिसमें फिरौती की मांग की गई थी। मामला पुलिस तक पहुंचा तो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पीड़ित पिता को फोन किया। तसल्ली दी कि उनकी बेटी को वो ढूंढ निकालेंगे। इसके लिए उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी चर्चा की। किन्तु मामले का अब खुलासा हो गया है तो हर कोई हैरान है। फिलहाल छात्रा की तलाश जारी है। मामले की तहकीकात कर रही कोटा की पुलिस अधीक्षक अमृता दुहान ने बताया कि उनकी टीम छात्रा को तलाश कर रही थी। तब तहकीकात में पता चला कि वो तो तीन दिन पश्चात् ही कोटा छोड़कर जा चुकी है। इस वक़्त इंदौर में है। आखिरी बार भी काव्या को इंदौर में ही देखा गया था। अब काव्या का ही एक दोस्त पुलिस की तहकीकात में मदद कर रहा है। उसकी दी गई जानकारी के अनुसार, काव्या और उसके दूसरे दोस्त की तलाश की जा रही है। 'अगर गिरफ्तार न करे, तो मैं ED के सामने जाऊंगा..', हाई कोर्ट में केजरीवाल की नई याचिका, शराब घोटाले से जुड़ा है मामला करोड़ों यूजर्स पर मंडराया खतरा, Google ने किया अलर्ट 'एनकाउंटर के लिए पुलिस को बधाई, लेकिन...', बदायूं में हुए डबल मर्डर पर बोले शिवपाल यादव