तेहरान: इस्लामी मुल्क ईरान ने जासूसी के आरोप में अपने पूर्व उप रक्षामंत्री अली रजा अकबरी (Ali Reza Akbari) को फाँसी पर लटका दिया। बता दें कि, अकबरी के पास ईरान के साथ ही ब्रिटेन की भी नागरिकता थी। जब अकबरी को सजा ए मौत सुनाई गई थी, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका जमकर विरोध हुआ था और पूरे ईरान में काफी विरोध प्रदर्शन हुए थे। ईरान की न्यायपालिका से संबंधित मीजान न्यूज एजेंसी ने शनिवार (14 जनवरी) को अकबरी को फाँसी दिए जाने की जानकारी दी। हालाँकि, एजेंसी ने यह नहीं बताया कि अकबरी को फाँसी पर कब लटकाया गया, मगर माना जाता है कि कुछ दिन पहले ही इसे अंजाम दे दिया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, अकबरी को ‘भ्रष्टाचार और देश की आंतरिक एवं बाहरी सुरक्षा को नुकसान पहुँचाने’ के लिए फांसी की सजा सुनाई गई थी। गुरुवार को सरकारी मीडिया ने बताया था कि 61 वर्षीय अकबरी देश के रक्षा प्रतिष्ठान में उच्च पदों पर रहे थे। वह ईरान के उप रक्षामंत्री भी रह चुके थे। इसके साथ ही वे ईरानी नेवी के कमांडर के सलाहकार, रक्षा मंत्रालय के अनुसंधान केंद्र में एक विभाग के प्रमुख और सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिवालय में शीर्ष पद पर अपनी सेवाएं दे चुके थे। कैलिफोर्निया में तूफ़ान ने मचाई तबाही, अब तक 19 की मौत, 90 फीसद आबादी प्रभावित कोरोना वैक्सीन से 'ब्रेन स्ट्रोक' होने का ख़तरा, फिर भी लगवाने की सलाह क्या 'अल्लाह' के खिलाफ काम कर रहा तालिबान ? एक सुर में बोले 57 इस्लामी देश