वर्ल्ड जूनियर शतरंज चैंपियनशिप का आगाज हो चुका है और इस बार भारत की उम्मीद महिला वर्ग में महिला ग्रांड मास्टर प्रियांका नुटाकी पर लगी हुई दिखाई दे रही है। प्रियांका को प्रतियोगिता में 7वीं वरीयता दी गयी और अब तक खेले गए तीन मुकाबलों में जीत और ड्रॉ के साथ उन्होने अच्छी शुरुआत कर चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इंडियन खिलाड़ियों नें तीन बार पहले इस खिताब को अपने नाम कर लिया है। कोनेरु हम्पी नें 2001 में एथेंस में ,हरिका द्रोणावल्ली नें गाजियांटेप 2008 में और सौम्या स्वामीनाथन नें पुएर्टो मद्रयन 2009 में वर्ल्ड खिताब अपने नाम किया था । प्रियांका नें क्रोएशिया की टेरेजा डेजानोविक और टर्की की गुलेनय अदिन के विरुद्ध जीत दर्ज की जबकि कनाडा की जाड़े मैली के विरुद्ध उन्होने आधा अंक साझा किया है और वह फिलहाल सयुंक्त दूसरे स्थान पर चल रही है । खबरों का कहना है कि बालक वर्ग में लियॉन मेन्दोंसा ,प्रणीत वुपाला ,रोहित कृष्णा और उत्सब चटर्जी 2 अंक बनाकर खेल रहे है । रेफरी को मालामाल बना देगी माराडोना की ‘हैंड ऑफ गॉड'' गेंद संघर्षपूर्ण जीत के साथ सैन डिएगो ओपन टेनिस टूर्नामेंट के दूसरे दौर में पहुंची ये खिलाड़ी 'तेंदुलकर जैसा बैट्समैन बनना चाहता था, लेकिन..', धोनी ने सुनाया अनसुना किस्सा