यूपी गवर्नमेंट महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर बड़े पैमाने पर काम भी कर रहे है। इतना ही नहीं धार्मिक आयोजन की शुरुआत 13 जनवरी से प्रयागराज में की जाने वाली है, जहां तकरीबन 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान भी लगाया जा रहा है। 7 सप्ताह तक चलने वाले इस मेले में भारी तादाद में गाड़ियां भी शहर में एंट्री लेने वाली है, जिनकी अनुमानित तादाद लगभग 25 लाख तक होने वाला है। इतना ही नहीं ऐसे में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रशासन ने कई बहुत ही खास कदम भी उठाएं है। इलेक्ट्रिक बस का भी होगा परिचालन: इतना ही नहीं महाकुंभ 2025 के दौरान Eco फ्रेंडली यातायात बंदोबस्त को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने 40 इलेक्ट्रिक बसों के चलाने का निर्णय भी ले चुकी है। इतना ही नहीं स्विच मोबिलिटी द्वारा चलने वाली ये 12 मीटर लंबी बसें एक बार चार्ज हो जाने के बाद 200 KM तक चलने वाली है। इन बसों का परिचालन शहर के 6 मुख्य रास्तों पर किया जाने वाला है, इससे श्रद्धालुओं को बेहतर परिवहन सुविधा भी प्रदान की जाने वाली है। इसके साथ साथ, इन बसों के लिए शहर के अलग-अलग भागों में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भी लगाए जा चुके है, ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है। FASTag बेस्ड पार्किंग की शुरू की जाएगी सुविधा: इतना ही नहीं महाकुंभ के बीच श्रद्धालुओं को पार्किंग की परेशानी से निपटने के लिए प्रशासन ने FASTag आधारित पार्किंग का भी बंदोबस्त भी किया जा रहा है। Park Plus ने लगभग 5 लाख गाड़ियों की क्षमता वाले FASTag पार्किंग स्पॉट्स को भी शुरू कर दिया जाएगा, जहां श्रद्धालु पार्किंग शुल्क डिजिटल तरीके से चुका पाएंगे। जिसके साथ साथ, Park Plus ऐप के माध्यम से श्रद्धालु पहले ही पार्किंग की बुकिंग कर पाएंगे, इससे उन्हें कोई अतिरिक्त परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह पहल न केवल ट्रैफिक जाम को कम सकती है, बल्कि पार्किंग की प्रक्रिया को भी सरल बनाने का काम करेगा। चार्जिंग स्टेशनों का बंदोबस्त : कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को यदि इलेक्ट्रिक वाहन से यात्रा करने के बारें में सोच रहे हो, तो उनके लिए प्रशासन ने चार्जिंग स्टेशनों का बंदोबस्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं इन स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक कारों और टू-व्हीलर्स को चार्ज भी किया जा सकता है। यह कदम पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और श्रद्धालुओं की सुविधा दोनों को ध्यान में रखते हुए उठाने वाले है। ट्रैफिक एडवाइजरी और वन-वे ट्रैफिक की होगा बंदोबस्त: इतना ही नहीं महाकुंभ के समय शहर में ट्रैफिक की बढ़ती हुई भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने खास ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है। रीवा/बांदा, कानपुर, लखनऊ, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रतापगढ़ जैसे शहरों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग रूट तय कर लिए गए है। इसके साथ साथ, महाकुंभ मेला इलाके में वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू की जाने वाली है, ताकि कहीं भी जाम की स्थिती भी बढ़ सकती है। आवश्यकता पड़ने पर रियल-टाइम ट्रैफिक डायवर्जन भी किए जाने वाले है, जिससे जाम की स्थिति से निपटने में सहायता भी मिल सकती है।