साल में 4 बार नवरात्रि पड़ती है- माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन. आश्विन की नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है. नवरात्रि के वातावरण से तमस का अंत होता है, नकारात्मक माहौल की समाप्ति होती है. शारदीय नवरात्रि से मन में उमंग तथा उल्लास की वृद्धि होती है. दुनिया में सारी शक्ति नारी या स्त्री स्वरूप के पास ही है इसलिए नवरात्रि में देवी की आराधना ही की जाती है तथा देवी शक्ति का एक स्वरूप कहलाती है, इसलिए इसे शक्ति नवरात्रि भी कहा जाता है. नवरात्रि के 9 दिनों में देवी के अलग अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है, जिसे नवदुर्गा का स्वरूप कहा जाता है. इस बार शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से आरंभ होने जा रही है तथा समापन 24 अक्टूबर को होगा और 10वें दिन दशहरा मनाया जाता है. शारदीय नवरात्रि 2023 तिथियां:- 15 अक्टूबर 2023 - मां शैलपुत्री (पहला दिन) प्रतिपदा तिथि 16 अक्टूबर 2023 - मां ब्रह्मचारिणी (दूसरा दिन) द्वितीया तिथि 17 अक्टूबर 2023 - मां चंद्रघंटा (तीसरा दिन) तृतीया तिथि 18 अक्टूबर 2023 - मां कुष्मांडा (चौथा दिन) चतुर्थी तिथि 19 अक्टूबर 2023 - मां स्कंदमाता (पांचवा दिन) पंचमी तिथि 20 अक्टूबर 2023 - मां कात्यायनी (छठा दिन) षष्ठी तिथि 21 अक्टूबर 2023 - मां कालरात्रि (सातवां दिन) सप्तमी तिथि 22 अक्टूबर 2023 - मां महागौरी (आठवां दिन) दुर्गा अष्टमी 23 अक्टूबर 2023 - महानवमी, (नौवां दिन) शरद नवरात्र व्रत पारण 24 अक्टूबर 2023 - मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, दशमी तिथि (दशहरा) इस बार मां दुर्गा की क्या है सवारी? इस साल मां हाथी पर सवार होकर आ रही हैं ऐसे में इस बात के प्रबल संकेत प्राप्त हो रहे हैं कि, इससे सर्वत्र सुख संपन्नता बढ़ेगी. इसके साथ ही देश भर में शांति के लिए किए जा रहे प्रयासों में कामयाबी प्राप्त होगी. यानी कि पूरे देश के लिए यह नवरात्रि शुभ साबित होने वाली है. जानिए कैसे मिली फिल्म 'मुल्क' को प्रामाणिकता अनंत चतुर्दशी पर राशि अनुसार बांधें पवित्र डोरी, इन मंत्रों का करें जाप ईसाई धर्म में भी हैं कई सारे सम्प्रदाय, जानिए उनके बारे में अहम बातें !