गुजरात रण का आज फैसला होने वाला है साथ ही हिमाचल की किस्मत का भी आज फैसला होना है. वहीं इस चुनावी जंग में दोनों ही पार्टियों ने खूब जोर आजमाइश की. इतना ही नहीं दोनों ही पार्टियों ने जहाँ एक और इस जंग को जीतने में अपना सारा जोर लगाया वहीं सोशल मीडिया को भी गंभीरता से लिया. सोशल मीडिया कैंपेन, वायरल सेक्स सीडी कॉन्टेंट और नेताओं के बयानों पर जोक सभी इस जंग का अहम हिस्सा रहे. वैसे तो आज के दौर में अगर युवाओं या फिर यूँ कहें कि जनता से आपको जुड़ना है तो आपको सोशल मीडिया जैसा प्लेटफॉर्म अपनाना चाहिए. इसी को अपनाते हुए बीजेपी ने इस बार लोगों तक सीधी पकड़ बनाने के लिए 45,000 वॉट्सऐप ग्रुप तैयार किये थे. वहीं कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लगातार कंटेंट पोस्ट करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं का सहारा लिया. चुनावी जंग सोशल मीडिया चुनावी जंग में तब्दील हो गयी. राहुल गाँधी के ट्वीटर पर सवाल और उसी अंदाज़ में बीजेपी के जवाब. लोगों तक सीधा संवाद करने के लिए भी सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स को दोनों ही पार्टियों ने बखूबी उपयोग किया. इस बार ऐसा लगा कि जैसे डिजिटल इंडिया को जोर देते हुए इस बार का चुनाव सोशल मीडिया की जमीन पर लड़ा गया. यह सब उस वक़्त शुरू हुआ जब एक युवा ने अपने क्षेत्र में एक ट्रक को डिवाइडर से टकराते हुए देखा और उसमे दिमाग में एक जुमला आया 'विकास पागल हो गया' और उसने इसे हैशटैग के साथ फेसबुक, ट्विटर और तमाम सोशल साइट पर पोस्ट कर दिया. इस पर कांग्रेस ने इसे पकड़ कर खूब भुनाया. फिर इसके जवाब में बीजेपी ने नारा दिया, 'मैं हूँ विकास'. बस इन दोनों के सोशल मीडिया में आने के बाद से ही यह नारे वायरल हो गए और सोशल मीडिया पर इन पर जोक भी आने लगे. बस फिर क्या था दोनों ही पार्टियां इसको लेकर सोशल मीडिया पर अपनी-अपनी पकड़ बनाने और लोगों तक सीधे पहुंचने की जद्दोजहद में लग गयी. वहीं आज हर वर्ग तक स्मार्टफोन और इंटरनेट की पकड़ और पहुंच होने के कारण इनका काम और भी आसान हो गया. वहीं बीजेपी के विदेशी मामलों के प्रमुख विजय चौथाईवाले ने कहा कि - 'इन तमाम वर्षों में विकास बीजेपी का अजेंडा रहा। हमारा काम युवाओं को पॉजिटिव मेसेज देना था। हमने सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता नेटवर्क का इस्तेमाल किया। विधानसभा क्षेत्र के स्तर से लेकर शक्ति केंद्र तक यह काम किया गया। नेटवर्क व्यापक था। लिहाजा, कोई भी विडियो, मेसेज किसी भी तक और कुछ सेकेंड में पहुंच सका।' गुजरात की राजनीति का इतिहास कांग्रेस का दावा एग्जिट पोल के विपरीत नतीजे आएँगे चुनाव 2017 : भाजपा - कांग्रेस की किस्मत का फैसला आज