देश विदेशो में आ रहे भयानक भूकंपो को देखते हुए मन में एक डर ने अपनी जगह बना ली है की अगर इतनी तीर्वता से यदि भारत में भूकम्प आये तो हम सब का क्या होगा। कुछ समय पहले ही हुए नेपाल में आये भूकम्प की तस्वीरों को देखकर ही हमारी रूह तक कांप जाती है। यह सब सोच कर ही डर लगता है की इस तरह की घटनाये यदि हमारे यहाँ हुई तो क्या होगा। लेकिन हम इस तरह की आपदा से बचने के लिए हम कई उपाय कर सकते है। जिससे कुछ हद तक हम इस आपदा से बच सकते है। यदि हम घर बनाते समय छोटो छोटी बातो का ध्यान रख वास्तु के अनुसार हमारा घर बनाये तो हम इस आपदा से कुछ हद तक बच सकते है। इन छोटी छोटी वास्तु टिप्स का प्रयोग कर हम इस आपदा का सामना कर सकते है। वास्तु शास्त्रीयो का कहना है की वास्तु का एक ही उद्देश्य है की आप और आपका परिवार हमेशा खुशहाल रहे। भवन बनाने से पहले आपको यह ज्ञात होना चाहिए की जो जमीन आपने भवन बनाने के लिए खरीदी है, वह टेढा मेढ़ी तो नहीं है। साथ ही हमें भवन बनाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए की भवन की दीवार टेडी मेढ़ी न हो यदि आपके भवन की दीवार सही नहीं हुई तो आपका घर भूकम्प में सुरक्षित नहीं होगा और अधिक नुकसान होगा। अधितर देखा जाता है की भवन बनाते समय हम मिट्टी की जांच नहीं कराते है जो हमारे भवन के लिए हानिकारक होता है। भवन बनाते समय हमें मिट्टी की जांच करना चाहिए और देखना चाहिए की मिट्टी कही ज्यादा मुलायम तो नहीं और साथ ही यह भी देखना चाहिए की मिट्टी ज्यादा सख्त नहीं होना चाहिए। अपने घर को सुरक्षित बनाने के लिए हमें अपने घर की नीव को मजबूत करना चाहिए। जिस समय हम भवन की पहली नीव रखते ही उस समय हमें भवन की नीव में बीजदायक पौधे के साथ गंगाजल एवं गाय का गोबर डालना चाहिए। इसी के साथ साफ रेती की 8 9 इंच की मजबूत सतह बानी चाहिए। भवन का निचला हिस्सा कभी भी पतला नहीं होना चाहिए क्यों की गुरुत्वाकर्षण बल निचे की तरफ होना चाहिए। इस लिए भवन का निचला हिस्सा मजबूत होना चाहिए। घर की साज सज्जा करते हुए हमें यह ध्यासन रखना चाहिए की सभी भरी भरकम वस्तुओ को उप्न रखते हुए निचे की तरफ रखे ताकि भूकम्प आने पर जान हानि न हो। तो इन कारणों से घर में प्रवेश करती है नकारात्मक ऊर्जा एक मोमबत्ती जो करेगी आपकी सारी परेशानियों का अंत क्या आपके भी घर के बाथरूम में आईना लगा हुआ है? चौरी किया हुआ मनीप्लांट ही लगाएं अपने घर, तो कुबेर होंगे प्रसन्न