क्रिकेट को जेंटलमैंस गेम के साथ अनिश्चितताओं का खेल भी कहा जाता है, जिसके बारे में कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती कि, कौन सी टीम जीतेगी. ऐसे रोमांचक मैचों से क्रिकेट कि रिकॉर्ड बुक भरी पड़ी है. जिनमे रोमांच ने अपने चरम को छुआ है और वो मैचेस भी दर्शकों के दिल में एक याद बनकर रह गए हैं. हम बात कर रहे है ऐसे ही एक मैच कि जो हुआ था, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच. जॉहनसबर्ग में खेले गए इस वनडे मैच में यह पहला मौका था जब किसी टीम ने 400 से अधिक रनों के लक्ष्य का पीछा कर मैच जीत भी लिया. यह मैच आज ही के दिन 2006 में खेला गया था. दरअसल, इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका को 434 रनों का विशाल लक्ष्य दिया. ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में सिर्फ 4 विकेट खोकर ही 434 रन बना दिए थे. ऑस्ट्रेलिया की ओर से कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने शानदार 164 रनों की पारी खेली जबकि माइक हसी ने ताबड़तोड़ 81 रन बनाए. इसके अलावा ओपनर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने 55 और साइमन कैटिच ने 79 रनों का योगदान दिया. आज तक कोई भी टीम दूसरी पारी में 400 का आंकड़ा नहीं छू सकी थी. लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम शुरुआत से ही लड़खड़ा गई, अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज़ बोएटा डिपेनार मात्र 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. लेकिन शुरुआती झटके के बाद कप्तान ग्रीम स्मिथ और हर्सल गिब्स ने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 22.1 ओवर में 190 रन बना दिए. ग्रीम स्मिथ ने 55 गेंदों ने 90 रनों की पारी खेली जिसमें 13 चौके और 2 छक्के शामिल थे. स्मिथ के आउट होने के बाद गिब्स को किसी का साथ न मिला, डिविलियर्स और कल्लिस भी सस्ते में चलते बने. आखिर में गिब्स को मार्क बाउचर नाबाद (50 रन) का साथ मिला, गिब्स ने 175 रनों की पारी खेली लेकिन आउट होने से पहले उन्होंने साउथ अफ्रीका की जीत लगभग तय कर दी थी. गिब्स ने अपनी पारी में 111 गेंदों का सामना किया जिसमें 21 चौके और 7 छक्के शामिल थे. साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के 434 रनों के जवाब में 1 गेंद शेष रहते 9 विकेट खोकर 438 रन बनाए. यह मैच आज भी दर्शकों के दिलो दिमाग़ पर छाया हुआ है. विनोद कांबली फिर क्रिकेट के मैदान में.. डूबते शमी ने लिया बेटी का सहारा अनुष्का ने लगाईं लताड़, विराट भी रहे चुप