'पीएम मोदी के दयनीय चुनाव प्रदर्शन पर ढोल पीटने वालों..', नतीजों से गदगद कांग्रेस ने कसा तंज

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि 'ढोल बजाने वाले' लोग पीएम मोदी के 'दयनीय' चुनावी प्रदर्शन को बेवजह सही ठहरा रहे हैं। कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि, ''नरेंद्र मोदी के लिए ढोल पीटने वाले उनकी नैतिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत हार वाले जनादेश में भी उम्मीद की किरण तलाश रहे हैं। इसे खूब प्रचारित किया जा रहा है कि जवाहरलाल नेहरू के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीन बार जनादेश प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति हैं।''

रमेश ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि, ''लेकिन किसी पार्टी को 240 सीटों तक ले जाना और एक-तिहाई प्रधानमंत्री बनना जनादेश कैसे है, इसे एक्सप्लेन नहीं किया जा रहा है। दूसरी ओर नेहरू को 1952 में 364, 1957 में 371 और 1962 में 361 सीटें मिलीं थीं - हर बार 2/3 बहुमत। फिर भी वह पूरी तरह से लोकतांत्रिक बने रहे और अपनी निरंतर उपस्थिति से संसद को बेहद संजीदगी से आगे बढ़ाते रहे। नेहरू के बाद मोदी अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं, जिन्होंने तीन बार शपथ ली हो - लगातार हो या न हो। अटल बिहारी वाजपेयी ने 1996, 1998 और 1999 में तीन बार शपथ ली थी और इंदिरा गांधी ने 1966, 1967, 1971 और 1980 में 4 बार। एक तिहाई प्रधानमंत्री के लिए ढोल पीटने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में उनके ख़राब चुनावी प्रदर्शन को लाजवाब साबित करने के लिए कुछ भी ढूंढ लेंगे।'' बता दें कि, 2014 और 2019 के चुनाव में भाजपा ने अकेले दम पर क्रमशः 282 और 303 सीटें जीतीं थी, जबकि कांग्रेस उन दोनों चुनावों में क्रमशः 44 और 52 सीटें जीती थीं। इस तरह पिछले 10 सालों से कांग्रेस विपक्ष का नेता भी नहीं बना पाई थी, क्योंकि विपक्ष का नेता बनने के लिए कम से कम 55 सीट होना जरूरी होती है। 1984 के बाद 2014 वो पहला साल था, जब देश ने पूर्ण बहुमत की सरकार देखी थी, इस बीच कांग्रेस और भाजपा दोनों ने गठबंधन की सरकारें चलाई थीं। यहाँ तक कि, बीते 35 सालों में कांग्रेस कभी अकेले दम पर 232 से अधिक सीट नहीं ला पाई, जो उसे नरसिम्हा राव (1991) के समय मिली थी। इस बार के चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीटें हासिल की हैं और उसके पूरे गठबंधन ने मिलकर 234 सीट, वहीं भाजपा की अकेले 242 सीट है और उसके गठबंधन की 293। जिसके बल पर NDA लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रहा है।

बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की, इससे पहले सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दलों की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को NDA संसदीय दल का नेता चुना गया। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार NDA सरकार का नेतृत्व करेंगे। संविधान सदन में आयोजित NDA सहयोगी दलों की बैठक में प्रधानमंत्री का स्वागत 'मोदी मोदी' के नारों के साथ किया गया। बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचते ही प्रधानमंत्री ने संविधान की प्रति को अपने माथे से सम्मानपूर्वक स्पर्श किया, जैसा उन्होंने 2014 और 2019 में किया था। रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जून को अपने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ले सकते हैं।

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का सफाया जारी, सुरक्षाबलों ने 7 और वामपंथी उग्रवादियों को किया ढेर

केरल में चुनावी हार के बाद आपस में लड़ पड़े कांग्रेस नेता, भाजपा ने राज्य में पहली बार जीती है कोई सीट

यूपी में मिली जीत के बाद 'धन्यवाद यात्रा' निकालेगी कांग्रेस, 11 जून से शुरू होगा कार्यक्रम

 

Related News