हम अक्सर ऐसे कई लोगो से मिलते है जो डॉक्टर, इंजीनियर, एक्टर या फिर बकील बनना चाहते है लेकिन वे यह कहकर घर बैठ जाते है की हमारी किस्मत में ही नहीं है यह सब करना. लेकिन यह भी सच है कि वाकई में आप कुछ करना चाहते है तो आपको पहला कदम बढ़ाना ही होगा, कोशिश करनी होगी। क्योकि जो सपने आप देख रहे है उन्हें कोई आपको खैरात में नहीं देगा, और यदि आपने शार्टकट अपना उन्हें पा भी लिया तो आप ज्यादा दिन उस क्षेत्र में नहीं टिक पाओगे. वैसे फिल्मो ने हमें बहुत कुछ सिखाया है. किसी हिंदी फिल्म में कहा गया है कि आपको सपना पूरा करने के लिए अपने आप पर भरोसा रखना होगा. आप जिस रास्ते पर चल रहे है चलते रहे विश्वास के साथ. एक दिन ऐसा भी आएगा जब आपके रास्तो पर दुनिया चलेगी. साथ ही आप कोशिश करते रहे तो यक़ीनन आपकी कभी हार नहीं होगी. हां थोडा समय जरुर लगेग लेकिन आप सफल जरुर होंगे. इसी विषय में देश के प्रसिद्ध कविताकार डॉ. हरिवंशराय बच्चन की कविता बिल्कुल सही साबित होती है, उन्होंने कहा था कि, लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है, मन का विश्वास रगों में साहस भरता है, चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है, आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. और सच में यही आपकी सफलता का राज़ है। इसलिए महान पुरुषो ने भी कहा है आप घर से निकले नहीं और सफलता ना मिलने के लिए किस्मत को दोष देते है, क्योकि किस्मत नाम की कोई चीज़ नहीं होती. हां अगर होती है तो उसे हमें ही बनाना पड़ता है।