लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक कार्यक्रम के निमंत्रण को सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने अस्वीकार कर दिया है. इसको लेकर विश्व हिंदू परिषद ने मंगलवार को उन पर कटाक्ष किया तथा कहा कि यदि वह राम, रामत्व और भारत से जुड़ते हैं तो यह उनके हित में ही होगा. विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की प्रतिक्रिया तब आई जब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) ने कहा कि येचुरी ने अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक कार्यक्रम में सम्मिलित होने के निमंत्रण को यह बोलते हुए ठुकरा दिया है कि धर्म एक व्यक्तिगत पसंद है तथा इसे राजनीतिक लाभ का साधन नहीं बनाया जा सकता. वही इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक्स पर लिखा, 'खबरें हैं कि जिनका नाम सीताराम, नहीं जाएंगे अयोध्या धाम!! राजनैतिक विरोध तो समझ आता है लेकिन अपने नाम से भी इतनी घृणा किसी को हो, वह तो कम्युनिस्ट ही हो सकता है! द्वेष राम से है या स्वयं के नाम से है, बताना तो बनता है...!!" प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, विहिप नेता ने कहा, ''देश राम और रामत्व की ओर लौट रहा है, आप कब तक उनका विरोध करेंगे. वापस आएं तथा राम, रामत्व और इस भारत से जुड़ें. यह अब आपके हित में है. अन्यथा, लोग जानते हैं कि कैसे प्रतिक्रिया देनी है." 'मुंबई के 11 ठिकानों पर बम प्लांट किए गए हैं...', RBI को मिला धमकी भरा ईमेल, जाँच में जुटी पुलिस सबरीमाला तीर्थयात्रा के दौरान दान में आए 200 करोड़ रुपये, भक्तों की संख्या में भी जबरदस्त इजाफा दिल्ली में जुटेगी हिमाचल प्रदेश की पूरी कैबिनेट, कांग्रेस हाईकमान के साथ लोकसभा चुनाव पर बनेगी रणनीति