1- दुनिया के सारे संगठन अप्रभावी हो जायेंगे यदि यह सत्य कि प्रेम द्वेष से शक्तिशाली होता है उन्हें प्रेरित नही करता. 2- धर्म भय पर विजय है; असफलता और मौत का मारक है. 3- पुस्तकें वो साधन हैं जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं. 4- कला मानवीय आत्मा की गहरी परतों को उजागर करती है. कला तभी संभव है जब स्वर्ग धरती को छुए. 5- लोकतंत्र सिर्फ विशेष लोगों के नहीं बल्कि हर एक मनुष्य की आध्यात्मिक संभावनाओं में एक यकीन है. 6- एक साहित्यिक प्रतिभा , कहा जाता है कि हर एक की तरह दिखती है, लेकिन उस जैसा कोई नहीं दिखता. 7- हमें मानवता को उन नैतिक जड़ों तक वापस ले जाना चाहिए जहाँ से अनुशाशन और स्वतंत्रता दोनों का उद्गम हो. 8- किताब पढना हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची ख़ुशी देता है. 9- कवी के धर्म में किसी निश्चित सिद्धांत के लिए कोई जगह नहीं है. 10- कहते हैं कि धर्म के बिना इंसान लगाम के बिना घोड़े की तरह है. गणेश चतुर्थी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं इन चुटकुलों को पढ़कर नहीं रुकेगी आपकी हंसी रोज खा सकते हैं शाहबलूत की चटनी, अस्थमा से लेकर हड्डियों तक के लिए है बेहतरीन