नई दिल्ली - इस साल बारिश किसानों पर कहर बरपा रही है .पिछले साल सूखे से परेशान किसानों को इस साल बाढ़ ने फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है. इस साल खरीफ फसलों की बंपर बुआई के बाद अब फसल की बर्बादी की खबरें भी आनी शुरू हो गई है. कृषि विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार इस साल अब तक करीब 10 से 20 हजार हेक्‍टेयर विभिन्‍न फसलें बाढ़ से बर्बाद हो चुकी हैं. यह नुकसान देश के बाढ़ प्रभावित पांच राज्यों में हुआ है. बता दें कि जून के अंत से कई राज्‍यों में लगातार बारिश ने अब फसलों को नुकसान पहुंचाना भी शुरू कर दिया है. जहां तक धान की बात है तो लगभग दस हजार हेक्‍टेयर से अधिक क्षेत्रफल पर ताजा रो‍पी गई धान को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा उत्‍तर प्रदेश और बिहार में गंगा तटीय इलाकों में बाढ़ से जमीन कटाव में हजारों हेक्‍टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं. कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार उत्‍तर प्रदेश, बिहार और मध्‍य प्रदेश में विभिन्‍न नदियों के तटीय इलाकों में ही ज्‍यादातर फसलें प्रभावित हुई हैं. इस साल वैसे ही कपास का रकबा कम है.उपर से बीमारियों का खतरा लगातार फसल पर बना हुआ है. इस साल जहां गुजरात, राजस्‍थान, हरियाणा और पंजाब में कपास के रकबे में अच्‍छी खासी कमी आई है ,तो वहीं महाराष्‍ट्र में इस बार कपास का रकबा बढ़ा है. विदर्भ और अन्‍य इलाकों में भारी बारिश से लगातार बीमारियों का खतरा कपास कि फसल पर मंडरा रहा है.महाराष्‍ट्र के कृषि विभाग के अनुसार वहां पर लगभग 20 हजार हेक्‍टेयर से अधिक फसल पर इस समय बीमारी लग चुकी है. लालू बोले बिहार में बाढ़ की स्तिथि 1975 से भी ज्यादा ख़राब