रांची: प्रवर्तन निदेशालय से समन भेजे जाने के पश्चात् कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के चलते सीएम हेमंत सोरेन के बयान पर बीजेपी नेता भड़क गए हैं। बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर सीएम द्वारा दिए गए बयान को बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं के राजनीतिक हत्या का षड्यंत्र करार दिया है। बीजेपी विधायक दल के नेता सह पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने 22 सेंकेंड का एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें सीएम को यह बोलते हुए दिखाया गया है कि बीजेपी ने जो धरना-प्रदर्शन बुलाया है, उसमें जाने वालों को चिन्हित करें, समय आने पर सबको चुन-चुन कर सबक सिखाया जाएगा। बाबूलाल ने कहा है कि अनुच्छेद 19 (1) (बी) के तहत नागरिकों को अधिकार है कि वे अपनी मांग एवं किसी बात के विरोध के लिए शांतिपूर्ण तरीके से एक जगह इकह्वा होकर धरना-प्रदर्शन कर सकते हैं। सीएम के पद पर बैठा व्यक्ति अगर ऐसा बयान दे रहा है तो क्या यह नहीं समझा जाए कि वे प्रदेश में टारगेटेड पॉलिटिकल किलिंग करने का आदेश दे रहे? क्या ये बीजेपी के कार्यकर्ताओं को धमकी नहीं है। बाबूलाल मरांडी ने चेतावनी भरे लहजे में बताया है कि हेमंत सोरेन जी, उम्मीद थी आप संवैधानिक अधिकारों को लेकर ऐसे धमकी भरी बात नहीं करेंगे। मगर आप सरकार गठन के पश्चात् से ही उम्मीदें तोड़ रहे हैं। जवाब जनता देगी, इंतजार कीजिए। सीएम हेमंत सोरेन के भाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि सीएम सत्ता के मद में लोकतंत्र का गला घोटना चाहते हैं। बीजेपी ने राज्य गठन की प्रसव वेदना झेली है। भाजपा राज्य के संसाधनों को लूटते एवं बर्बाद होते नहीं देख सकती। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन को बेचने एवं खरीदने वाले इस दर्द को क्या समझेंगे। बीजेपी राज्य के सवा तीन करोड़ जनता की भावनाओं की अभिव्यक्ति है। दीपक प्रकाश ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता जब आपातकाल में कांग्रेस के दमन से नहीं डरे तो फिर आज क्या डरेंगे। लोकतांत्रिक तरीके से बीजेपी सदन से सड़क तक खनिज संसाधनों की मची लूट, युवाओं के साथ हुए धोखे को लेकर संघर्ष के लिए तैयार है। 'हेमंत सोरेन ही क्यों, रघुवर दास को भी समन करें ED', इस नेता का आया बड़ा बयान इस राज्य में बनेंगे 5 नए शहर, CM ने किया ऐलान 'ऐसे लोगों को चौराहे पर फांसी होनी चाहिए, जिससे चील-कौव्वे...', आखिर किस पर भड़की उषा ठाकुर?