एक निजी पुनर्वास केंद्र में एक हफ्ते के भीतर तीन लोगों की मौत हो गई. यह मामला केरल में घटा है. मौतों की वजह से लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसके बाद केरल सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने स्थानीय लोगों द्वारा कथित रूप से खिलवाड़ करने के बाद शनिवार को कोट्टायम जिले में स्वास्थ्य अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी. तापसी पन्नू की 'थप्पड़' ने बॉक्स ऑफिस पर कमाए इतने करोड़ आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जिला कलेक्टर पी के सुधीर बाबू ने स्थानीय निवासियों और राजनेताओं के विरोध के बाद पंचायत में पुथुजीवन ट्रस्ट पुनर्वास केंद्र में हुई मौतों की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए.अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अनिल ओमन मामले की जांच करेंगे. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी की अध्यक्षता में ट्रस्ट द्वारा संचालित केंद्र के तीन कैदियों की पिछले एक सप्ताह में मौत हो गई थी. हर साल यूनीक फिल्म करना चाहती है कृति सेनन इसके अलावा स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि सुविधा केंद्रों पर कैदियों को प्रताड़ित किया गया था. केंद्र के अनुसार, वह तीन दशकों से मानसिक रूप से विकलांग, बेसहारा और परित्यक्त बुजुर्ग लोगों के लिए सेवाएं दे रहा है. स्थानीय लोगों ने मौतों के कारणों की गहन जांच की मांग की है. अधिकारियों के अनुसार, छह अन्य कैदियों को तिरुवल्ला के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. एक प्रारंभिक जांच के बाद, जिला चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि मौत किसी महामारी के कारण नहीं हुई हैं. एनपीआर मुद्दे पर रजनीकांत से मिलने पहुंचा ये प्रतिनिधिमंडल तीन करोड़ से ज़्यादा हुए सलमान ख़ान के फॉलोवर्स, ऐसे कहा थैंक्यू पीएम मोदी और बॉलीवुड स्टार्स की मीटिंग करवाने वाला था यह शख्स