दुनिया में ना जाने कितने ही उपाय है और कितनी ही मंत्र है जो हमारी मनोकामना की पूर्ति करते है. ऐसे में शास्त्रों के मुताबिक ना जाने कितने ही मंत्र है जिन्हे ठीक से पढ़ा जाए तो लाभ और ठीक से ना पढ़ा जाए तो नुक्सा हो सकता है. अब आज हम आपको बताने जा रहे है शास्त्रों के मुताबिक शिव की उपासना कैसे करते है. कहते है कि शिव की उपासना करने से जीवन से भय, संकट, परेशानियों को दूर हो जाती है और इसके लिए सोमवार का दिन विशेष होता है. धार्मिक मान्यता यह है कि इस दौरान शिव भक्ति में किए गए शिव स्त्रोत, मंत्र या पूजा विधान शुभ और मनचाहे फल देते हैं और इन विशेष घडिय़ों में शिव भक्ति के लिए शिव मंत्रों का जप आसान और प्रभावी माना जाता है. लेकिन मंत्र जप के लिए भक्ति और आस्था में डूबा भक्त कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखे तो उसकी मनोकामना जल्द से जल्द पूरी हो सकती है तो अब आइए जानिए ऐसी तीन बातों के बारे में - सबसे पहली बात यह कि मंत्र जप उत्तर या पूर्व दिशा में बैठकर करें लाभ जल्दी मिलेगा. दूसरी बात शिव मंत्रों के जप रुद्राक्ष माला से करना चाहिए और यह कामनासिद्धि के लिए बहुत ही शुभ और प्रभावी होता है आपका सब कुछ बोलै हुआ सच हो जाएगा. तीसरी बात और अहम् बात मंत्र जप शुरू करने के पहले शिव की मूर्ति या शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाएं और जल की धारा अर्पित करें इससे बहुत जल्दी लाभ मिलेगा और मनचाहा वरदान भी. कौन कर सकता है श्राद्ध और कितने प्रकार के होते हैं श्राद्ध..? ऐसा करने से खुश रहते हैं सूर्य देव, नहीं होती कोई हानि सुबह और सोने से पहले इस मन्त्र का करें जाप और फिर देखे चमत्कार