भारत के राज्य कश्मीर में सक्रिय 10 मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में दूसरे नंबर का आतंकी डिवीजनल कमांडर मोहम्मद अशरफ खान उर्फ मौलवी उर्फ गोजरी सोमवार को अनंतनाग जिले के वेरीनाग के जंगल में हुई मुठभेड़ में बच निकला था सुरक्षाबल और सेना की टीम अब जंगल में उसके पीछे लग गई है. उसके साथ दो और आतंकी भी हैं. इनमें एक आतंकी मुठभेड़ में जख्मी बताया जा रहा है. आतंकियों का पता लगाने के लिए सुरक्षाबलों ने हेलीकॉप्टर और ड्रोन की भी मदद ली है. सेना के एक कमांडो दस्ता भी इस अभियान में शामिल किया गया है जो आतंकियों के पीछे लगा है. कोरोना महामारी के बीच भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, पीएम मोदी और शाह ने दी शुभकामनाएं आपकी जानकारी के लिए बता दे कि गत मई में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नाइकू के मारे जाने के बाद सुरक्षाबलों ने 10 मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची बनाई थी. इसमें हिजबुल के मोहम्मद अशरफ खान को दूसरे नंबर पर रखा गया. उसे भी नाइकू के उत्तराधिकारियों में माना जा रहा था, लेकिन कम पढ़ा लिखा होने के कारण उसे कमांडर नहीं बनाया गया. वह दक्षिण कश्मीर में वेरीनाग के पास एक गांव का रहने वाला है. सेना प्रमुख नरवाने करने वाले है लेह का दौरा, जानें पूरी रिपोर्ट इसके अलावा सूत्रों ने कहा कि पुलिस को तड़के ही अशरफ मौलवी द्वारा वेरीनाग के ऊपरी हिस्से में छौगुंड कापरन जंगल में बनाए गए ठिकाने का पता चला. उसके साथ अनंतनाग का वह आतंकी भी है जो कुछ समय पहले वीजा लेकर पाकिस्तान गया था. वह वहां एक आतंकी कैंप में ट्रेनिंग लेने के बाद वापस लौटा और फिर यहां हिजबुल मुजाहिदीन में सक्रिय हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ अभियान चलाया.जवानों को जंगल में आते देख आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इससे मुठभेड़ शुरू हो गई. एक घंटे की गोलाबारी के दौरान आतंकी बच निकले. जवानों ने पीछा किया और कुछ ही दूरी पर दोबारा मुठभेड़ में उलझा लिया. यहां करीब 40 मिनट मुठभेड़ चली. इस दौरान गोली लगने से एक आतंकी जख्मी हो गया या मारा गया लेकिन उसके अन्य साथी उसे अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे. पिछले 24 घंटे में कोरोना ने मचाई तबाही, 15 हज़ार नए केस, 312 लोगों की मौत नेहरू के कट्टर विरोधी थे श्यामा प्रसाद मुखर्जी, आज ही के दिन हुई थी 'रहस्यमयी' मौत देश के कोने कोने में तबाही मचा रहा कोरोना, रोजाना सामने आ रहे नए मामले