बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। बृहस्पति भगवान को देवताओं का गुरु माना जाता है। इस दिन उनकी पूजा प्रभु श्री विष्णु के रूप में करते हैं। मान्यता है कि बृहस्पतिवार के दिन केले के पेड़ के नीचे बैठकर पूजन किया जाता है। साथ ही विष्णु जी को चना, गुड़ एवं हल्दी चढ़ाई जाती है। बता दें कि गुरुवार के दिन कुछ मंत्रों (Brihaspati Mantra) का जाप करके भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को खुश किया जा सकता है। आज का हमारा लेख उन्हीं मंत्रों पर है। आज आपको बताएंगे गुरुवार के किन मंत्रों का जाप करके विष्णु जी को खुश किया जा सकता है। भगवान विष्णु से जुड़े मंत्र:- 1। जीवश्चाङ्गिर-गोत्रतोत्तरमुखो दीर्घोत्तरा संस्थित: पीतोश्वत्थ-समिद्ध-सिन्धुजनिश्चापो थ मीनाधिप:। सूर्येन्दु-क्षितिज-प्रियो बुध-सितौ शत्रूसमाश्चापरे सप्ताङ्कद्विभव: शुभ: सुरुगुरु: कुर्यात् सदा मङ्गलम्।। अगर आप धन प्राप्त करना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप बृहस्पतिवार के दिन करें। 2। दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्। धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।। 3। शांताकारम भुजङ्गशयनम पद्मनाभं सुरेशम। विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम। लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म। वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकेकनाथम। ॐ नमोः नारायणाय नमः। ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय नमः। गुरुवार के दिन विष्णु भगवान के इस मंत्र का जप करें। ऐसा करने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं। 4। ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि। 5। ॐ बृं बृहस्पतये नम:। ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:। ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:। ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:। ॐ गुं गुरवे नम:। ऊपर दिए गए पांच मंत्रों में से किसी एक मंत्र का 108 बार जाप करें। 'गर्भ गृह' के शिलान्यास के लिए अयोध्या पहुंचे सीएम योगी अगर मान लेंगे गरुड़ पुराण में लिखी ये बात तो कभी नहीं होंगे गरीब यूपी में टीले की खुदाई के दौरान मिली 1200 वर्ष पुरानी भगवन विष्णु की दुर्लभ प्रतिमा, दर्शन को उमड़ी भीड़