इंदौर/ब्यूरो: TI सुसाइड मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। आपको बता दें की कुछ दिन पहले पुलिस आयुक्त कार्यलय पर थाना प्रभारी हाकम सिंह ने खुद को गोली मारकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी, वही मरने से पहले थाना प्रभारी ने ASI रंजना खाण्डे को भी अपना निशाना बनाया लेकिन गनीमत रही की ASI रंजना खांडे बच गई। लेकिन ASI ने सोचा भी नहीं होगा की जिस कानून की वर्दी को पहनकर वह ये सब कर रही है वही कानून उसे सलाखों के पीछे ला खड़ा करेगा। अब इस पुरे मामले की गुत्थी सुलझ गई है, इस पुरे मामले में पुलिस ने चार लोगों को आरोपी बनाया है। इन आरोपियों में ASI रंजना खाण्डे भी शामिल है इसके अलावा TI की तीसरी पत्नी रेशमा को भी पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है, वहीं एक और TI का व्यापारी दोस्त गोविंद जायसवाल और रंजना के भाई कमलेश को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। आपको बता दें की मंगलवार देर रात पुलिस ने उज्जैन से रंजना को गिरफ्तार किया है, रेशमा पहले से ही पुलिस की गिरफ्त में है। रंजना के भाई की पहले ही संदिग्ध हालातों में जलकर मौत हो चुकी है। वहीं आरोपी कपड़ा व्यापारी फरार है। वहीं एक ओर पुलिस ने बताया कि लेडी ASI रंजना खाण्डे, उसका भाई कमलेश और TI की तीसरी पत्नी रेशमा ये सभी थाना प्रभारी हाकम सिंह को ब्लैकमेल कर रहे थे। पुलिस ने बताया की TI का व्यापारी दोस्त गोविंद जायसवाल 25 लाख रुपए वापस नहीं कर रहा था। गोलीकांड के दिन रंजना से मुलाकात के बाद हाकम सिंह ने रेशमा को कॉल किया, तब भी रेशमा रुपए के लिए दबाव बना रही थी। उसने TI से कहा- बाप की औलाद हो तो उसे भी गोली मार दो और खुद भी मर जाओ। इसी बात से प्रताड़ित होकर हाकम सिंह ने पहले सर्विस रिवॉल्वर से रंजना को गोली मारी। इसके बाद खुद ने भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया। टीआई सुसाइड के मामले में आया नया मोड़, 4 लोगों पर हुआ केस दर्ज आठ कमरों में 105 टेबलों पर होगी इंदौर की मतगणना लोगों ने नहीं दिखाई होम स्टे योजना में रुचि, जानिए क्या है योजना?