सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक एक समय में बहुत लोकप्रिय था और लोगों द्वारा खूब इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन कुछ विवादों और हादसों के कारण इसे कई देशों में बैन कर दिया गया था। भारत और अमेरिका समेत कई देशों ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाया था। अब नेपाल ने इस ऐप पर से बैन हटा लिया है, हालांकि कुछ शर्तों के साथ। नेपाल में टिकटॉक पर बैन क्यों लगा था? नेपाल की सरकार ने करीब 9 महीने पहले टिकटॉक पर बैन लगा दिया था। इस बैन का कारण था कि टिकटॉक पर सामाजिक सद्भावना को बिगाड़ने और असामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप लगे थे। नेपाल की सरकार ने इसे गैरकानूनी घोषित कर दिया था और इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। बैन हटाने का कारण हाल ही में, नेपाल की कैबिनेट ने टिकटॉक पर से बैन हटाने का निर्णय लिया। यह निर्णय तब लिया गया जब टिकटॉक की पेरेंट कंपनी ByteDance ने नेपाल के कानून प्रवर्तकों के साथ मिलकर काम करने और टिकटॉक के कंटेंट को ठीक करने का आश्वासन दिया। इस सहमति के तहत, ByteDance ने नेपाल के नियमों का पालन करने और ऐप की कमियों को दूर करने का वादा किया है। टिकटॉक से जुड़े अपराध नेपाल की पिछली सरकार ने टिकटॉक के दुरुपयोग और इससे जुड़े अपराधों के बढ़ते मामले को लेकर चिंता जताई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले 4 वर्षों में नेपाल में टिकटॉक से जुड़े करीब 1600 से ज्यादा साइबर अपराध दर्ज किए गए थे। इन अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने सुरक्षा कारणों से टिकटॉक पर बैन लगा दिया था। भारत के पड़ोसी देशों में टिकटॉक की स्थिति भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो पाकिस्तान ने टिकटॉक पर कई बार बैन लगाया है, लेकिन हर बार बाद में बैन हटा लिया गया। इसी तरह, चीन में टिकटॉक पर आंशिक बैन है, जहां कुछ फीचर्स पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा, इंडोनेशिया में भी टिकटॉक के कुछ फीचर्स पर बैन है जो सरकार के नियमों के खिलाफ हैं। नेपाल ने टिकटॉक पर से बैन हटाकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, लेकिन यह प्रतिबंध कुछ शर्तों के साथ हटाया गया है। यह कदम इस बात को दर्शाता है कि सरकार और कंपनियां मिलकर समाधान निकालने के लिए तैयार हैं, लेकिन सोशल मीडिया के दुरुपयोग को लेकर सतर्क भी रहना जरूरी है। इन लोगों को नहीं खाना चाहिए सेब, वरना बढ़ जाएगी समस्या एप्पल की SOS सर्विस जल्द ही भारत में हो सकती है लॉन्च इस 15 अगस्त iPhone 15 पर मिल रहे बेहतरीन ऑफर्स