चीन के कई एप्स को बैन करने के लिए सरकार ने यह फैसला खुफिया एजेंसियों के सुझाव के बाद लिया था। वहीं कुछ दिन पहले खुफियां एजेंसियों ने सरकार 52 चाइनीज एप्स की लिस्ट सौंप दी थी जिनसे डाटा चोरी और सिक्योरिटी का खतरा था। इसके अलावा सरकार द्वारा बैन किए गए एप्स में भारत में वायरल एप टिकटॉक भी शामिल है। वहीं सरकार के इस फैसले पर टिकटॉक को भी बैन किया गया है | अब हाल ही में टिकटॉक के नए सीईओ बने केविन मेयर ने भारत सरकार को एक लेटर लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि भारतीय उपभोक्ता का डाटा सिंगापुर के सर्वरों पर है और कंपनी की भारत में डाटा सेंटर बनाने की योजना चल रही है। इसके साथ ही मेयर ने भारत सरकार को भेजे पत्र में लिखा, 'मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि चीनी सरकार ने भारतीय उपयोगकर्ताओं के डाटा के लिए हमसे कोई अनुरोध नहीं किया है। अगर हमें भविष्य में ऐसा कोई अनुरोध प्राप्त होता है, तो हम इसका अनुपालन नहीं कर सकते है । वहीं 'मेयर ने कहा कि कंपनी के चाइनीज होने के बावजूद टिकटॉक चीन में उपलब्ध नहीं है। और केविन मेयर ने यह भी कहा है कि चीनी सरकार ने कभी भी कंपनी से डाटा नहीं मांगा है। अब मेयर की बातों पर गौर किया जाए तो चीन के होने के बावजूद ग्लोबल उपभोक्ताओं को पकड़ने के लिए बाइटडांस चीनी बाजार से अपने कदम पीछे कर रही है। इसका प्रमाण यह है कि टिकटॉक चीन में उपलब्ध नहीं है। Google ने किया इन दो स्मार्टफोन को बंद करने का फैसला इंस्टाग्राम ला रहा है टिकटॉक के जैसा फीचर, जल्द होगा लांच अंतिम चरण में पहुंचा भारतीय कोरोना वैक्सीन का निर्माण, इस दिन लॉन्च होने की संभावना