आज मतलब 1 नवंबर को एप्पल के CEO टिम कुक का जन्मदिन है। टिम कुक का नाम विश्व के शीर्ष सीईओ में आता है। वह अगस्त 2011 से एप्पल के सीईओ पद पर हैं। टिम कुक का जन्म 1 नवंबर 1960 को Alabama में हुआ था। उनका जन्म एक बेहद सामान्य परिवार में हुआ था। उनके पिता डोनाल्ड एक शिपयार्ड वर्कर तथा मां गृहिणी थीं। उन्होंने 1982 में Alabama की Auburn University से इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग का अध्ययन पूरा किया। तथा फिर 1988 में Duke University से MBA किया। ग्रेजुएशन के पश्चात् कुक ने कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में अपना करियर बनाना आरम्भ किया। उन्होंने IBM कंपनी से आरम्भ किया। 12 वर्ष IBM के साथ काम करने के पश्चात् वर्ष 1994 में कुक Intelligent Electronics में Reseller Division के CEO बन गए। तीन वर्ष पश्चात् उन्होंने Compaq Computer Corporation में corporate materials के वाइस प्रेसिडेंट के रूप में ज्वॉइन किया। हालांकि यहां उन्होंने केवल 6 माह ही काम किया। तत्पश्चात, टिम कुक एप्पल चले गए। कुक ने एप्पल में 12 वर्ष रहने के पश्चात् 2010 में कहा कि उनके जीवन की सबसे बड़ी खोज एक ही निर्णय का परिणाम है, उनके एप्पल को ज्वॉइन करने का। हालांकि यह सरल निर्णय नहीं था। कुक ने एप्पल में काम करना 1998 में आरम्भ किया। उस वक़्त कंपनी ने iMac, iPod, iPhone या iPad जैसे गैजेट नहीं बनाए थे। कंपनी के फायदे में निरंतर गिरावट हो रही थी। कुक के अनुसार, एप्पल के साथ जुड़ने से पहले उन्हें कंपनी नहीं ज्वॉइन करने का सुझाव प्राप्त हुआ तथा उनसे कहा गया कि कंपनी का भविष्य अच्छा नहीं है। उनके अनुसार, कंपनी की सेल में वर्षों से गिरावट हो रही थी। तथा कहा जा रहा था कि कंपनी बंद हो जाएगी। लेकिन टिम कुक के कंपनी में आने के एक वर्ष के अंदर ही, कंपनी में मुनाफा होने का आरम्भ हुआ। कुक पहले कंपनी के एक्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट तथा फिर CEO बन गए। CEO के रूप में उन्होंने कंपनी की विश्व भर की सेल्स तथा ऑपरेशन्स की जिम्मेदारी संभाली। अगस्त 2011 में कुक को एप्पल का CEO बनाया गया। उनसे पहले यह पद एप्पल के को फाउंडर स्टीव जोब्स संभालते थे। 11 अगस्त 2011 को टिम कुक को एक कॉल आया जिसने उनका जीवन बदल दिया। जब उन्होंने फोन उठाया तो दूसरी ओर स्टीव जोब्स थे। उन्होंने कुक को अपने घर आने के लिए बोला। उस वक़्त जोब्स को कैंसर की बीमारी थी तथा इसके लिए उनका उपचार चल रहा था। 2003 में उन्हें इस बीमारी का पता चला तथा तभी से इस बीमारी से उनकी लड़ाई जारी थी। कुक ने जोब्स से पूछा कि वे कब आएं तो जोब्स ने उनसे अभी तुरंत आने के लिए बोला। कुक तुरंत उनके घर पहुंचे। जोब्स ने तब उन्हें कहा कि वे चाहते हैं कि टिम कुक कंपनी के सीईओ बनें। 5 नवंबर को केदारनाथ जाएंगे प्रधानमंत्री मोदी कृषि कानूनों का अंतिम संस्कार करके ही जाएंगे: राकेश टिकैत BSP को छोड़ विधायक सुषमा पटेल ने थामा सपा का हाथ