पीरियड्स की परेशानी हर महिला को होती है, जिन्हें पता है वो इसके बारे में सब कुछ जानती हैं लेकिन ये जिनके साथ पहली बार होता है उनके लिए ये जानकारी बहुत जरुरी है जो उनकी सेहत से भी जुडी होती है. बहुत छोटी सी क्लास से ही लड़कियों को इसके बारे में बताया जाता है. लेकिन फिर भी वो इसपर बात करने से कतराती हैं. पीरियड्स 12 से 15 वर्ष की आयु तक शुरू हो जाते हैं और तब तक उन्हें इसके बारे में सब कुछ पता होना चाहिए. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि सेनेटरी को कैसे इस्तेमाल करना चाहिए. साथ ही जाने इसका चुनाव कैसे करें. * सबसे पहले बता दें, नार्मल फ्लो होने पर आप रेगुलर साइज के पैड का इस्तेमाल कर सकती हैं. * हैवी फ्लो होने पर लंबे आकार वाले पैड का इस्तेमाल करना सही होता है. हैवी फ्लो होने के कुछ घंटों बाद अगर लगता है की अब फ्लो कम हो रहा है तो आप रेगुलर पैड का इस्तेमाल कर सकती हैं. * कुछ लड़कियां दो अलग-अलग प्रकार के पैड्स का इस्तेमाल करती है. एक हैवी फ्लो के लिए और दूसरा हलके दिनों के लिए. वहीं रात के लिए विशेष पैड का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. ये पीछे की ओर से अधिक लंबे और चौड़े होते हैं. तो जब आप रात में करवट लेती हैं तो दाग कपड़ो पर नहीं लगता. आप चाहे तो इनका इस्तेमाल भी कर सकती हैं. कितनी बार बदलें सैनिटरी पैड? लड़कियों को लगता है की मासिक धर्म के दौरान बहुत ज्यादा रक्तस्राव होता है. जबकि ऐसा नहीं है, पीरियड्स के दौरान अधिकतर लड़कियों को आमतौर पर 4 से 12 चम्मच रक्तस्त्राव होता है, जो बहुत ज्यादा नहीं होता. हाइजीन के लिए आप पैड को हर 4 घंटे में बदलें. फ्लो अधिक होने के कारण सकता है 2 से 3 घंटे में भी पैड बदलने की जरुरत पड़ जाए. तनाव के कारण होती हैं आपको ये शरीर की बीमारियां, इन टिप्स को करें फॉलो हैल्दी हार्ट के लिए इन चीज़ों का करें सेवन रात के खर्राटे करते हैं शर्मिंदा तो इन तरीकों से करें लाभ