मेरठ: दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में बार कौंसिल ऑफ उप्र प्रयागराज के आह्वान पर प्रदेशभर के अधिवक्ता आज यानी शुक्रवार को हड़ताल पर रहने वाले हैं. वहीं लाठीचार्ज में घायल वकीलों को 10 लाख रुपये मुआवजा, दोषी पुलिसकर्मियों पर तीन महीने में जांच पूरी कर दंड देने की मांग प्रमुख रूप से शामिल की जा चुकी है. वहीं प्रदेशभर में वकीलों की हत्या और हमले पर भी बार कौंसिल ने गुस्सा दिखाया है और सभी जिलों और तहसीलों में वकील प्रदर्शन करते हुए डीएम-एसडीएम के जरिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे और विरोध दिवस मनाने वाले हैं. आपको बता दें कि हाल ही में मेंरठ बार एसोसिएशन के महामंत्री नरेशदत्त शर्मा ने बताया कि, ''बार कौंसिल ऑफ उप्र ने मेरठ में मुकेश शर्मा, कानपुर में सत्येंद्र सिंह सिसौदिया, एटा में नूतन यादव की हत्या पर रोष जताया। दो नवंबर को तीस हजारी कोर्ट दिल्ली में वकीलों को पीटने की भी निंदा की गई है। इस संबंध में मेरठ सहित यूपी के सभी जिलों में आज यानी शुक्रवार को वकील हड़ताल पर रहेंगे और सात सूत्रीय ज्ञापन देंगे।'' आपको बता दें कि मेरठ बार अध्यक्ष मांगेराम एवं प्रबंध समिति की बैठक शुक्रवार को हुई और इसमें हड़ताल को सफल बनाने की रूपरेखा तैयार की जा चुकी है. वहीं दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच जारी तनातनी के बाद दिल्‍ली पुलिसकर्मियों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है और यह याचिका एक वकील ने दाखिल की है. वहीं उस याचिका में पूरे विवाद की SIT जांच की मांग की गई है और प्रदर्शनकारी पुलिस वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की भी गई है. इसी के साथ दिल्ली उच्च न्यायालय इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश पहले ही दे चुका है. PAK ने फिर किया सीजफायर का उल्लंघन, हुआ एक और जवान शहीद उत्तरप्रदेश: इंस्पेक्टर लक्ष्मी चौहान ने मेरठ कोर्ट में किया सरेंडर, 70 लाख के गबन का है आरोप राजकोट में IND vs BAN टी20 मैच से पहले खिली धूप