कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के मुखपत्र 'जागो बांग्ला' ने अपने बंगाली लेख 'शिज़ो की हत्या में अग्निपथ छाया' शीर्षक से भारत में सैन्य भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना के साथ पूर्व जापानी पीएम शिंजो आबे की हत्या को जोड़ा है। लेख में कहा गया है कि शिंजो आबे की हत्या भारत की अग्निपथ योजना के विरुद्ध प्रतिरोध को मजबूत करेगी क्योंकि आबे का क़त्ल करने वाले शख्स ने बगैर पेंशन के सेना में काम किया था। लेख में आगे कहा गया है कि, 'यह अहम है कि केंद्र सरकार भी उसी प्रकार से लोगों की सेना में भर्ती करने का प्रयास कर रही है, जिससे पूरे देश में बड़े पैमाने पर हलचल हुई है। इस योजना के तहत लोग सिर्फ 4.5 वर्ष तक नौकरी में रहेंगे। कोई पेंशन नहीं होगी और सेवानिवृत्ति के बाद अन्य फायदा भी नहीं मिलेगा।' दरअसल, शुक्रवार को एक चौंकाने वाली घटना में शिंजो आबे को 41 वर्षीय तेत्सुया यामागामी ने एक कार्यक्रम में भाषण देते समय गोली मार दी थी। इसके कुछ घंटों के बाद पूर्व पीएम को मृत घोषित कर दिया गया था। इसके बाद पूरे विश्व से शिंजो आबे की मौत पर शोक प्रकट किया गया है। पुलिस ने 41 वर्षीय हमलावर को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने दावा किया है कि उसने हाथ से बने कट्टे से आबे पर फायर किया था। जापानी मीडिया के मुताबिक, यामागामी ने मौके से भागने की कोशिश नहीं की। उसने जांचकर्ताओं को बताया कि वह आबे से असंतुष्ट था और उनकी हत्या करना चाहता था। हालांकि वह आबे की राजनीतिक मान्यताओं से खफा नहीं था। लालू से मिलने एम्स पहुंचे राहुल, जानिए अब कैसी है हालत? ख़बरों में छाया दिग्विजय सिंह का नया ट्वीट, शेयर किया CM शिवराज का VIDEO मानिक साहा ने त्रिपुरा विधानसभा में सेवा करने की कसम खाई