कोलकाता : लोकसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में राजनीतिक दल खुद को मजबूत करने के साथ ही चुनावी रणनीति बना रहे हैं। मगर भाजपा की प्रमुख विरोधी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी को झटका लगा है। उन्हें पहला झटका बिष्णुपुर के सांसद सौमित्र खान के तौर पर लगा, जिन्होंने पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। नीतीश के बयान पर गुस्से से लाल हुए लालू, बताया पलटू और दगाबाज यह भी तैयारी में सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बोलपुर से सांसद अनुपम हजारे भी खान के पदचिह्नों पर चलेंगे। भाजपा के एक नेता ने बताया कि खान के अलावा टीएमसी के लगभग छः सांसद हमारे संपर्क में हैं। भाजपा की बंगाल इकाई ने बेशक उन सांसदों के नाम उजागर करने से मना कर दिया है जो उसके संपर्क में हैं लेकिन चर्चा है कि अर्पिता घोष और सताब्दी रॉय भी टीएमसी छोड़ सकते हैं। 'ताज नगरी' में मोदी ने विपक्षी दलों को घेरा, कहा- एक-दूसरे का मुंह नही देखने वाले अब चौकीदार को हटाएंगे ममता करेंगी विरोध रैली प्राप्त जानकारी अनुसार ममता की पार्टी में पहले नंबर दो की हैसियत रखने वाले मुकुल रॉय के करीबी और पार्टी से असंतुष्ट दो सांसद भाजपा में शामिल हो सकते हैं। टीएमसी के अंदर राजनीतिक हलचल दस दिन पहले ही शुरू हो गई है जबकि मुख्यमंत्री 19 जनवरी को कोलकाता में भाजपा विरोधी एक रैली करने वाली हैं। भाजपा MLA के भाषण के दौरान अचानक गुल हुई बिजली, बताया कांग्रेस की जुमलेबाजी शाह के बयान पर बौखलाई शिवसेना, कहा- भाजपा को कर देंगे दफ़न ईरान ने अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले 15 मछुआरों को किया रिहा