लॉकडाउन के बीच जब लोगों को चढ़ा घूमने का चस्का तो जिन्दा व्यक्ति को बना दिया मुर्दा

इस्लामबाद: एक तरफ दिनों दिन बढ़ती ही जा रही कोरोना वायरस की मार लोगों के लिए अब बढ़ी परेशानी बन चुकी है. हर दिन इस वायरस की चपेट में आने से न जाने कितने परिवार तबाह हो रहे है, वहीं इस वायरस का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि लोगों में इसका संक्रमण तेजी से फैला जा रहा है. और इतना ही नहीं अब तक दुनियाभर में 1 लाख 84 हजार से ज्यादा मौते हो चुकी है. जंहा इस बीच पाकिस्तान के लोगों ने एक कदम आगे निकलकर एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचने के लिए जीवित व्यक्ति को मुर्दा बनाकर एंबुलेंस में लिटा दिया मगर जब पुलिस ने जांचने के लिए उसके ऊपर पड़ा कफन हटाया तो मुर्दा बना व्यक्ति उठकर बैठ गया. उसके मुंह से निकला कि हम पहुंच गए क्या? इस पर पुलिसकर्मी भी घबरा गए, फिर मामले का खुलासा हुआ. 

जिंदा आदमी को मुर्दा बना दिया: पाकिस्तान के शहर कराची में ऐसी ही एक घटना प्रकाश में आई है. यहां कुछ लोगों ने लॉकडाउन को धता बताकर यात्रा करने के लिए जिंदा आदमी को पहले मुर्दा बनने के लिए तैयार किया. इस बारे में पाकिस्तानी मीडिया में रिपोर्ट भी प्रकाशित हुई जिसके बारे में जानने के बाद लोग हतप्रभ रह गए. उनके मुंह से भी यही निकला कि लोग घरों से बाहर निकलने के लिए कैसी-कैसी तरकीब निकाल रहे हैं. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार इस लॉकडाउन में एंबुलेंस को कहीं भी आवाजाही की छूट हासिल है. उनको रोका टोका नहीं जा रहा है. इसी छूट की आड़ में कुछ लोग 'फर्जी शव' लेकर एंबुलेंस से यात्रा पर निकल पड़े.

कराची से खैबर पख्तूनख्वा का सफर: मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ लोगों ने मिलकर यहां एक एंबुलेंस बुक की, उसको वहां तक पहुंचाने के लिए बाकायदा पैसे भी तय किए गए. एंबुलेंस चालक भी राजी हो गया, फिर ये तय किया गया कि एंबुलेंस में किसे लिटाया जाए और ऐसा क्या बहाना बनाया जाए जिससे चेकपोस्ट से एंबुलेंस आसानी से निकलती जाए. तब इन 10 लोगों में से एक व्यक्ति को एंबुलेंस में मुर्दा बनाकर लिटाने की बात तय हुई. समय और जगह तय कर ली गई. व्यक्ति को मुर्दा बनाकर एंबुलेंस में लिटा दिया गया, एंबुलेंस कई चेकपोस्ट से निकलते हुए आगे बढ़ती रही.

Related News