नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ने के लिए भारत ने विशेष तौर पर ग्रामीण इलाकों तथा छोटे जिलों में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की एक बड़ी कमी को दूर करने के लिए भिन्न-भिन्न प्रदेशों में हॉस्पिटल्स का विस्तार परियोजना आरम्भ की है। मॉड्यूलर हॉस्पिटल के बुनियादी ढांचे का विस्तार है तथा इसे मौजूदा अस्पताल के पास बनाया जा सकता है। जैसे ही देश के भिन्न-भिन्न भागों में कोरोना के मामले बढ़े, हॉस्पिटल्स में बुनियादी ढांचा भारी दबाव में था। वही आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इनोवेटिव मॉड्यूलर अस्पताल संकट के बीच एक बड़ी राहत बनकर आए। प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के दफ्तर ने निजी सेक्टर की कंपनियों, दान देने वाले संगठनों और लोगों को राष्ट्रीय महत्व की भिन्न-भिन्न अन्य परियोजनाओं के साथ पहल का समर्थन करने के लिए आमंत्रित किया है। प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय ने उन प्रदेशों के लगभग 50 अस्पतालों की जरूरतों की पहचान की, जहां कोरोना के मामलों की सबसे ज्यादा संख्या दर्ज की गई थी। मॉड्यूलस हाउसिंग, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (आईआईटी-एम) में एक स्टार्ट-अप ने मेडिकैब हॉस्पिटल्स को डेवलप किया। ये 3 सप्ताह के वक़्त में 100 बेड्स वाली विस्तार सुविधा को बनाने में सक्षम है। मेडिकैब हॉस्पिटल्स को आईसीयू के एक समर्पित क्षेत्र के साथ डिज़ाइन किया गया है, जो भिन्न-भिन्न जीवन-समर्थन उपकरणों तथा मेडिकल उपकरणों को समायोजित कर सकता है। सरकार बना रही है भारत को रक्षा निर्माण का हब बनाने की योजना, रिसर्च और इनोवेशन के लिए दी 499 करोड़ की मंजूरी बढ़ती महंगाई को लेकर लेफ्ट पार्टी करेगी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन जिन स्थानों पर जाना होगा कठीन, वहां अब ड्रोन पहुंचाएगी वैक्सीन, जानिए क्या है सरकार की योजना