यज्ञ का महत्व हमारे प्राचीन शास्त्रों में उल्लेखित है। यदि व्यक्ति चारों तरफ से परेशानी में घिर गया हो या फिर उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा हो तो फिर योग्य ज्योतिषी से सलाह लेकर यज्ञ नहीं तो हवन करने की जरूरत बताई गई है। यज्ञ एक मात्र ऐसा साधन है जो असंभव को भी संभव कर देता है। प्राचीन समय में यज्ञ के माध्यम से ही राज्य की सुख समृद्धि के लिये राजा कामना किया करते थे। संतान प्राप्ति के लिये पुत्र कामेष्ठी यज्ञ के साथ ही अन्य प्रकार के यज्ञों का उल्लेख हमारे शास्त्रों में प्राप्त होता है। हाॅं यज्ञ करने के लिये न केवल पवित्रता या शुद्धता की जरूरत होती है वहीं विद्वान भी योग्य होना चाहिये, अन्यथा अर्थ का अनर्थ भी हो सकता है। यह है यज्ञ का महत्व - ज्योतिष शास्त्र के साथ ही अन्य प्रमुख शास्त्रों में यज्ञ का महत्व प्रतिपादित किया गया है। यज्ञ की अग्नि में डाला हुआ पदार्थ देवताओं को प्राप्त होता है। - यज्ञ के द्वारा ही ईश्वर की प्राप्ति होती है। -यज्ञ से प्राणी मात्र का कल्याण होता है और देश तथा समाज के संचालन के साथ ही संरक्षण भी होता है। -हवन करने से अभीष्ट कामनाओं की पूर्ति होती है। -जो मनुष्य यज्ञ नहीं करता है उस पर दुर्भाग्य का साया हमेशा बना रहता है। -यज्ञ या हवन करने से ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। ज्योतिषीय सलाह- घर में न रखे 2 शिवलिंग या 3 गणेश सचिन को होटल के एक वेटर ने दी बल्लेबाजी की सलाह