हरभजन सिंह, जिन्हें भज्जी के नाम से भी जाना जाता है, एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं। उनका जन्म 3 जुलाई 1980 को जलंधर, पंजाब में हुआ। हरभजन क्रिकेट खेलने का शौक बचपन से ही रखते थे और उन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता से अपनी क्रिकेट करियर में ऊँचाईयाँ छूने में सफलता हासिल की। हरभजन ने वनडे और टेस्ट क्रिकेट दोनों में भारतीय टीम के लिए अहम भूमिका निभाई है। वह एक अद्वितीय स्पिन गेंदबाज हैं और अपने उच्च-प्रोफाइल विकेट लेने के लिए प्रसिद्ध हैं। हरभजन ने भारतीय टीम को विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे महत्वपूर्ण खिताबों में मदद की है। उनका प्रमुख योगदान टेस्ट क्रिकेट में आया है, जहां पर उन्होंने 2001 से 2015 तक 103 मैचों में खेले। उन्होंने इस अवधि में 417 विकेट लिए, जिसमें उनके 5 दसवेंद्र गेंदबाजी हैंड्रेड भी शामिल हैं। हरभजन भारतीय टीम के विकेट-विस्फोटक तत्व के रूप म हरभजन हर मैच में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे और उन्होंने विदेशी टीमों को इंडियन स्पिन गेंदबाजों के सामरिक कौशल को दिखाया। हरभजन को 2013 में भारतीय खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया, जो उनकी क्रिकेट करियर की मान्यता और महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देता है। हरभजन का विदाई टेस्ट क्रिकेट से 2015 में हुआ, लेकिन वनडे और टी20 में उनकी उपस्थिति जारी रही। हरभजन सिंह भारतीय क्रिकेट को अपनी अद्वितीय गेंदबाजी और खुदरा हंसमुखता के लिए याद किया जाता है। वे एक प्रमुख क्रिकेट संघ के सदस्य बन गए हैं और खेलकूद जगत में अपनी प्रभावशाली पहचान बनाए रखने के लिए सक्रिय रह रहे हैं। 'भारत-पाक मुकाबले से ज्यादा मज़ा तो..', वर्ल्ड कप मैच को लेकर गांगुली ने कही चौंकाने वाली बात पहली बार ODI वर्ल्ड कप में नहीं खेलेगी वेस्टइंडीज, इमोशनल हो गए गंभीर, सहवाग ने भी दिया रिएक्शन टुकड़ों-टुकड़ों में विंडीज पहुँच रही टीम इंडिया, पेरिस-लंदन में छुट्टियां मना रहे रोहित-कोहली