राम मंदिर : 'शिव' सेना को राम का सहारा, चलो अयोध्या का दिया नारा भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना लगातार बीजेपी पर हमले बोल रही है. दोनों पार्टियों के बीच तकरार का दौर जारी है. अब एक बार फिर बीजेपी पर शिवसेना ने पोस्टर के तहत हमला बोल दिया है. जहां शिवसेना ने अपने एक पोस्टर में नारा दिया है चलो अयोध्या चलो वाराणसी. बता दे कि इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने घोषणा की थी वह रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि वह पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस भी जाएंगे. और वह वहां जाकर गंगा आरती करेंगे साथ ही गंगा की कितनी सफाई हुई है यह भी देखेंगे. देश भर में जारी है ट्रांसपोर्ट हड़ताल राजधानी दिल्ली के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट नगर संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में हज़ारों ट्रांसपोर्टर्स प्रदर्शन भी कर रहे हैं. मंगलवार को ट्रांसपोर्टर्स ने अपने ट्रक आड़े तिरछे लगाकर सड़क भी जाम कर दी. ट्रांसपोर्टरों की अनिश्चितकालीन देशव्यापी हड़ताल के 6 दिन होने के साथ इसका असर दिखने लगा है. दिल्ली से लेकर यूपी, बिहार और झारखंड में भी फलों और सब्जियों की कीमतों में उछाल आया है. 30 जुलाई तक आधा हिन्दुस्तान ख़तरे में बारिश के चलते इस समय आधा देश ख़ासे संकट में है. बारिश ने अब तक देश में कई लोगों की जान छीन ली है, वहीं कई लोगों को बेघर भी होना पड़ा है. ताज़ा ख़बरों के मुताबिक, भारी बारिश को देखते हुए देश के कई राज्यों में 30 जुलाई तक राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे है. इस सूची में दिल्ली-NCR, पंजाब, मध्यप्रदेश, सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड और जम्मू-कश्मीर प्रमुख रूप से शामिल है. पाक चुनाव: खाता भी नहीं खोल सका हाफ़िज़ सईद पाकिस्तान ने भले ही अमेरिका के प्रतिबन्ध को दरकिनार कर आतंकी संगठन जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफ़िज़ सईद को राजनीति में उतार दिया हो, लेकिन पाकिस्तान की आवाम ने हाफ़िज़ की हकीकत को जानते हुए उससे दूर रहना ही उचित समझा. पाकिस्तान में चल रही मतगणना में हाफ़िज़ सईद की राजनितिक पार्टी का खाता भी नहीं खुल सका है, वहीं क्रिकेट से राजनीति में कदम रखने वाले इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इन्साफ पहले नंबर पर चल रही है. कारगिल विजय दिवस : देश के सपूतों को याद कर आज भी नम हो जाती हैं आखें कारगिल युद्ध का नाम आते ही ना जाने कितने ही शहीदों का चेहरा दिमाग में आ जाता है. वैसे तो कारगिल में 500 से भी ज्यादा जवान शहीद हुए थे. इनमे से कुछ ही जवानों का नाम और चेहरा याद रहता है लेकिन क्या आप आबिद खान, आजाद सिंह, विजेंद्र सिंह को जानते है? शायद आपका भी जवाब ना ही होगा लेकिन हम आपको बता दें ये तीनों नायक भी कारगिल युद्ध में भारत माता की रक्षा के लिए अपनी जान गवां बैठे थे. एक ओर तो कारगिल युद्ध जीतने पर देशभर में खुशियां मनाई जा रहीं थी वहीं दूसरी ओर देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले सभी जवानों के घर पर मातम का माहौल बना हुआ था. खबरें और भी कारगिल विजय दिवस : जब कैप्टन बत्रा ने कहा 'दिल मांगे मोर' देश में जारी शिक्षा का धर्मांतरण