नई दिल्ली: आगामी आम चुनाव से एक साल पहले मोदी सरकार की पहली बड़ी परीक्षा होने वाली है. एनडीए के सहयोगी दल बीजेपी से नाराज चल रहे हैं और अब वे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले हैं. ये दल टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस हैं. ये दोनों दल आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने मुद्दे पर आज केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे. वाईएसआर कांग्रेस के सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को सोमवार की कार्यवाही में शामिल करने के लिए लोकसभा सचिवालय को पत्र लिखा है. टीडीपी ने भी अविश्वास प्रस्ताव के लिए नोटिस दिया हुआ है. इससे पहले शुक्रवार को ये दोनों पार्टियां अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहती थीं, लेकिन यह पेश नहीं हो सका था. इसके लिए संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने तर्क दिया था कि सदन में अव्यवस्था की स्थिति में अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया था. आपको बता दें कि शुक्रवार को टीआरएस, एआईएडीएमके समेत अन्य पार्टियां कई मुद्दों पर सदन के वेल में आकर हंगामा कर रही थीं. हालांकि सोमवार को भी सदन व्यवस्थित रहेगा या नहीं, इसके बारे में अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता है. बजट सत्र की शुरुआत से ही ये दल सदन में विरोध कर रहे हैं .उल्लेखनीय है कि इस समय लोकसभा में 539 सांसद हैं. बहुमत साबित करने के लिए 270 सांसदों की जरूरत है. अकेले बीजेपी के पास 274 सांसद हैं. इसके अलावा बीजेपी को दूसरी पार्टियों का समर्थन भी हासिल है. मोदी सरकार ने आंध्र प्रदेश के साथ अन्याय किया - नायडू मोदी ने मोदी को करोड़ों देकर भगाया: राहुल गाँधी अन्ना ने मोदी सरकार को उद्योगपति हितैषी बताया