भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया पुरुषों का 65 किग्रा फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीत लिया है। ओलंपिक में बजरंग का यह प्रथम पदक है। कांस्य पदक मैच में बजरंग ने कजाकिस्तान के पहलवान डाउलेट नियाजबेकोव को 8-0 से पराजित कर दिया। बजरंग ने कमाल का प्रदर्शन किया तथा दोनों चरण में विरोधी पहलवान पर हावी रहे। इस जीत के साथ ही रेसलर में इस ओलंपिक में दो पदक आ गए हैं। बजरंग से पूर्व रवि दहिया ने सिल्वर पदक अपने नाम किया है। वही बजरंग ने अपनी बीते मुकाबले के उलट बजरंग ने इस बार ब्रॉन्ज के लिए कजाखिस्तान के दौलत नियाजबेकोव के विरुद्ध अटैकिंग योजना अपनायी। इसका लाभ भी भारतीय पहलवान को प्राप्त हुआ तथा उन्होंने शीघ्र ही एक प्वाइंट लेकर 1-0 की बढ़त बना ली। इसके पश्चात् बजरंग डबल लेग के लिए गए, पर दौलत ने बजरंग के दांव को बेकार कर दिया, मगर बजरंग की अटैकिंग रणनीति जारी रही तथा प्रतिद्वंद्वी पहलवान की गलती की वजह से बजरंग को एक अंक और प्राप्त हो गया तथा उन्होंने पहली बाउट 2- 0 से अपने नाम कर ली प्रथम टक्कर में 2-0 की बढ़त के रथ पर सवार बजरंग पुनिया ने फिर से हमला करते हुए दौलत के पैरों पर बेहद ही मजबूत पकड़ बना ली, मगर कजाखिस्तान के पहलवान ने बेहतरीन डिफेंस करते हुए संभावित अंक को टाल दिया। बजरंग ने फिर से सिंगल लेग पकड़ा, मगर दौलत फिर से पैर छुड़ाने में सफल रहे। बजरंग ने इसके पश्चात् शीघ्र ही दो अंक और लिया तथा पुनिया ने 4-0 की बढ़त बनाकर बहुत हद तक सुनिश्चित किया कि ब्रॉन्ज भारत के पास आने जा रही है। तथा इस बढ़त को बजरंग ने कुछ ही सेकेंड पश्चात् 6-0 कर दिया। बजरंग ने बीते चार अंक टेक डाउन रणनीति से लिए, मगर सिर्फ वे दौलत को पलट ही नहीं पाए। इसके पश्चात् बजरंग ने सिंगल लेग रणनीति से दो अंक और लिए और बढ़त भारतीय पहलवान ने बढ़त को 8-0 कर दिया। अंतिम 20 सेकेंड में कजाखिस्तान पहलवान ने प्रयास किया, मगर दौलत को सफलता प्राप्त नहीं हुई। ओलंपिक में पदक से चूकने वाली अदिति अशोक हुई दुखी, कह डाली ये बड़ी बात इस शहर को फीफा निर्माण मानदंडों के आधार पर मिलेगा अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम Tokyo Olympics में आज 'महामुकाबला', भालाफेंक में आमने-सामने होंगे 'भारत-पाक'